advertisement
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने गुरुवार, 27 सितंबर को ऐतिहासिक फैसला लेते हुए अपने सेंट्रल कांट्रेक्ट में पुरुष और महिला टीम के क्रिकेटरों के लिए समान वेतन (women cricketers equal pay) की घोषणा की है. लंबे समय से चली आ रही इस मांग पर मुहर लगाते हुए BCCI सचिव जय शाह ने कहा कि ये भेदभाव से निपटने में एक अहम कदम है.
जय शाह ने कहा कि "मुझे भेदभाव से निपटने की दिशा में BCCI के पहले कदम की घोषणा करते हुए खुशी हो रही है. हम अपनी अनुबंधित महिला क्रिकेटरों के लिए एक वेतन इक्विटी नीति लागू कर रहे हैं. पुरुष और महिला क्रिकेटरों दोनों के लिए मैच शुल्क समान होगा क्योंकि हम लैंगिक समानता के एक नए युग में कदम रख चुके हैं."
भारतीय महिला टीम ने हाल के महीनों में शानदार प्रदर्शन भी किया है. टीम ने हाल ही में श्रीलंका को फाइनल में 8 विकेट से हराकर बांग्लादेश में एशिया कप जीता था. उन्होंने इस साल की शुरुआत में बर्मिंघम राष्ट्रमंडल खेलों में भारत का पहला क्रिकेट पदक भी जीता था.
हाल के कुछ महीनों को महिला क्रिकेट की लोकप्रियता में काफी वृद्धी देखी गई है. इसी का असर है कि महिला खिलाड़ियों को भी पुरुषों के समान वेतन देने की ही पहल की जा रही है.
BCCI ने इस महीने की शुरुआत में मुंबई में अपनी AGM में ये घोषणा भी की थी कि अगले साल पांच टीमों के साथ पहली बार महिला IPL होगा. इस साल की शुरुआत में, न्यूजीलैंड क्रिकेट (NZC) ने भी देश के खिलाड़ियों के लिए लिए समान वेतन की घोषणा की थी. वहां भी महिला और पुरुष क्रिकेटरों को समान वेतन मिलता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)