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खिताब की सबसे मजबूत दावेदार के तौर पर क्रिकेट के महाकुम्भ में उतरी इंग्लैंड ने गुरुवार को अपने विश्व कप अभियान की शुरुआत दक्षिण अफ्रीका को 104 रनों के विशाल अंतर से हराकर जीत के साथ की है.
लंदन के ओवल स्टेडियम में खेले गए इस मैच में इंग्लैंड ने बल्ले और गेंद दोनों से दक्षिण अफ्रीका पर अपना दबदबा दिखाया.पहले बैटिंग करते हुए इंग्लैंड ने 50 ओवरों में आठ विकेट के नुकसान पर 311 रनों का मजबूत स्कोर टांगा और फिर दक्षिण अफ्रीका को 39.5 ओवरों में 207 रनों पर समेट लक्ष्य बचाने में भी सफल रही.
इंग्लैंड की बैटिंग लाइन-अप ने अच्छा प्रदर्शन किया. पहले ओवर में आउट होने वाले बेयरस्टो को छोड़कर बाकी बल्लेबाजों ने निराश नहीं किया.
इंग्लैंड के गेंदबाजों ने भी बेहतरीन प्रदर्शन कर दक्षिण अफ्रीका को हार के लिए मजबूर किया. अपना पहला विश्व कप खेल रहे जोफ्रा आर्चर ने तीन विकेट लिए. लियाम प्लकंट और बेन स्टोक्स को दो-दो सफलताएं मिलीं. आदिल राशिद और मोईन अली को एक-एक विकेट मिला.
दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजी को लेकर जो चिंता जाहिर की जा रही थी वह इस मैच में साफ देखी गई. उसके दो बल्लेबाज फाफ डु प्लेसिस और क्विंटन डी कॉक के ऊपर बल्लेबाजी का सारा दारोमदार था. डु प्लेसिस सिर्फ पांच रन बना सके.
डि कॉक के साथ पारी की शुरुआत करने आए हाशिम अमला चौथे ओवर की पांचवीं गेंद पर आर्चर की बाउंसर पर चोटिल हो कर रिटायर्ड हर्ट हो गए थे. उनके स्थान पर मैदान पर आए एडिन मार्कराम (11) 36 के कुल स्कोर पर आर्चर का पहला शिकार बने. कप्तान फाफ डु प्लेसिस (5) को भी आर्चर ने 44 के कुल स्कोर पर अपना दूसरा शिकार बनाया.
यहां डी कॉक और डुसेन ने संभल कर बल्लेबाजी करते हुए टीम को रास्ते पर बनाए रखा और स्कोर बोर्ड चलाते रहे. साझेदारी को तोड़ने के लिए इंग्लैंड के कप्तान मॉर्गन ने प्लंकेट को लगाया और उन्होंने डि कॉक को रूट के हाथों कैच कराकर अपनी टीम को जरूरी सफलता दिलाई.
यहां से दक्षिण अफ्रीका की हार तय हो गई थी. अमला (13), कागिसो रबादा (11), इमरान ताहिर (0) के आउट होने के साथ ही दक्षिण अफ्रीका की हार की औपचारिकताएं पूरी हो गईं.
इससे पहले, टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला करने वाले डु प्लेसिस ने इंग्लैंड के बल्लेबाजों की स्पिन के खिलाफ कमजोरी का फायदा उठाने के लिए ताहिर को पहला ओवर सौंपा. ताहिर ने दूसरी ही गेंद पर जॉनी बेयरस्टो को आउट कर कप्तान को राहत दिलाई.
अगले ओवर की पहली ही गेंद पर फेहुल्कवायो ने रॉय का विकेट लेकर इंग्लैंड को परेशानी में डाल दिया. जेसन और रूट ने दूसरे विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी की.
यहां से कप्तान मॉर्गन और स्टोक्स एक बार फिर टीम को रास्ते पर लाए. इन दोनों ने चौथे विकेट के लिए 106 रनों की साझेदारी निभाई. यहां एक बार फिर ताहिर अपनी टीम को सफलता दिलाने में कामयाब रहे लेकिन इसमें एडिन मार्कराम को भी श्रेय जाता है जिन्होंने मॉर्गन का सीमारेखा के पास बेहतरीन कैच पकड़ा.
लुंगी एनगिडी ने जॉस बटलर (18) को बोल्ड कर इंग्लैंड को एक और बड़ा झटका दिया. एनगिडी ने ही मोईन अली (3) को पवेलियन भेजा.
इंग्लैंड का स्कोर छह विकेट के नुकसान पर 260 रन था, लेकिन उसके लिए अच्छी बात यह थी कि स्टोक्स मैदान पर थे. स्टोक्स ने एक छोर संभाले रखते हुए इंग्लैंड की 300 पार की उम्मीदों को जिंदा रखा.
वह 300 के ही कुल स्कोर पर 49वें ओवर की आखिरी गेंद पर एनगिडी की धीमी गेंद पर फंस कर आउट हो गए. स्टोक्स ने 79 गेंदें खेलीं जिनमें से नौ पर चौके मारे. प्लंकेट (नाबाद 9) और आर्चर (नाबाद 7) ने मिलकर आखिरी ओवर में 11 रन बनाए.
दक्षिण अफ्रीका के लिए नगिदी ने तीन, ताहिर और राबादा ने दो-दो और फेहुलक्वायो ने एक विकेट लिया.
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