Home Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Sports Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019Cricket Created by potrace 1.16, written by Peter Selinger 2001-2019AGM हंगामे के बाद DDCA की लोकपाल से अपील, मामला देख सुनाएं फैसला

AGM हंगामे के बाद DDCA की लोकपाल से अपील, मामला देख सुनाएं फैसला

DDCA में 29 दिसंबर को सदस्यों के बीच मारपीट हो गई थी

क्विंट हिंदी
क्रिकेट
Published:
DDCA के अधिकारी एसोसिएशन के नए लोकपाल जस्टिस दीपक वर्मा के साथ
i
DDCA के अधिकारी एसोसिएशन के नए लोकपाल जस्टिस दीपक वर्मा के साथ
(फोटोः ट्विटर/DDCA)

advertisement

दिल्ली और जिला क्रिकेट संघ (DDCA) की रविवार 29 दिसंबर को हुई वार्षिक आम बैठक (AGM) में ज्वाइंट सेक्रेटर राजन मनचंदा के साथ एपेक्स काउंसिल के सदस्यों द्वारा कथित तौर पर गलत व्यवहार किया गया. DDCA के सेक्रेटरी विनोद तिहारा चाहते हैं कि लोकपाल जस्टिस दीपक वर्मा इस मामले को देखें और अपना फैसला दें.

रविवार को हुई इस घटना के बाद सोमवार 30 दिसंबर को तिहारा ने यहां संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि जिस तरह से प्रशासकों की छवि को खराब करने के लिए तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है, वो दुखद है.

“वीडियो आप सभी के सामने है, आप उसे देख सकते हैं. अपने हिसाब से तथ्यों को तोड़ा-मरोड़ा गया है. हम इस पर कुछ नहीं कहना चाहते और चाहते हैं कि लोकपाल इस पर अंतिम फैसला लें. वह वीडियो को सबूत के तौर पर देख सकते हैं और मामले पर अपना फैसला सुना सकते हैं. हम हमेशा से मानते हैं कि क्रिकेट प्राथमिकता बनी रहनी चाहिए है और इस तरह की चीजें सामने नहीं आनी चाहिए.”
विनोद तिहारा, सेक्रेटरी DDCA

उन्होंने कहा, "यहां तक कि जब BCCI द्वारा जारी किया गया फंड हमारे पास आया तो हमने उन्हें क्रिकेट से संबंधित गतिविधियों, स्टाफ का वेतन देने, रोजमर्रा के खर्चे में ही इस्तेमाल किया. आप खुद इस बात को देख सकते हैं."

पूर्व सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने संघ को भंग करने की बात कही थी, लेकिन तकनीकी रूप से यह मुमकिन नहीं है क्योंकि डीडीसीए कंपनी अधिनियम के अंतर्गत आता है. तिहारा ने वहीं कहा है कि वह मुद्दे को साफ तौर पर पेश करने के लिए तैयार हैं.

उन्होंने कहा,

“कल एजीएम में क्या हुआ था इस बात मसले को उनके सामने साफ तौर पर पेश करने में मुझे खुशी होगी. हमने लोगों को शांत करने की कोशिश भी की थी, लेकिन किस्मत साथ नहीं थी.”

मीडिया समिति के चेयरमैन अपूर्व जैन ने भी तिहारा की बात का समर्थन किया है और कहा है, "हमें तथ्यों से परेशानी नहीं है, लेकिन किसी को उन्हें गलत तरीके से पेश नहीं करना चाहिए."

ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT

लोकपाल ले सकते हैं फैसला

निदेशक संजय भारद्वाज ने कहा है कि लोकपाल को अगले कुछ दिनों में पूरी जानकारी मुहैया कराई जाएगी और इसके बाद वो उस पर फैसला ले सकते हैं.

उन्होंने कहा, "सभी तरह के सबूत उन्हें उपलब्ध कराएं जाएंगे और इसके बाद ही आपको पता चलेगा कि क्या हुआ है और पूरी स्थिति में से क्या निकाला गया है. लोकपाल जल्द से जल्द इसे देख सकते हैं. इसके लिए तारीख क्या होगी यह तय करना गलत होगा, लेकिन दो सप्ताह के अंदर फैसला लिया जा सकता है."

तिहारा ने साथ ही कहा कि अगले अध्यक्ष के लिए चुनाव फरवरी अंत या मार्च की शुरुआत तक हो सकते हैं. उन्होंने साथ ही कहा कि अगर गंभीर लोढ़ा समिति की सिफारिशों के मुताबिक अध्यक्ष पद के काबिल होते हैं तो उन्हें पूर्व बल्लेबाज के साथ काम कर अच्छा लगेगा.

(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)

Published: undefined

ADVERTISEMENT
SCROLL FOR NEXT