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मैदान पर कैप्टन कूल क्या सोच रहे होते हैं, कोई नहीं पकड़ सकता. सामने वाली टीम धोनी के चक्रव्यूह में ऐसे ही फंसती है. रिटायरमेंट के ऐलान के वक्त भी धोनी के मन में क्या चल रहा है, कोई सही-सही अंदाजा नहीं लगा सकता.
इंटरनेशनल क्रिकेट से रिटायरमेंट का ऐलान करते हुए धोनी ने जो इंस्टा पोस्ट डाला, उसमें एक गाना है. साहिर लुधियानवी के लिखे इस गीत के बोल हैं...मैं पल दो पल का शायर हूं....इस अमर गीत में कुछ पंक्तियां ऐसी हैं कि धोनी की मन:स्थिति को लेकर उलझन पैदा करती हैं...पक्तियां हैं -
मुझसे बेहतर कहने वाले, तुमसे बेहतर सुनने वाले
कल कोई मुझको याद करे,
क्यों कोई मुझको याद करे
मशरूफ जमाना मेरे लिए क्यों वक्त अपना बर्बाद करे
मैं पल दो पल का शायर हूं, पल दो पल मेरी कहानी है
पल दो पल मेरी हस्ती है, पल दो पल मेरी जवानी है
मुकेश के गाए इस गीत में कई भाव एक साथ हैं. भारतीय क्रिकेट को सर्वश्रेष्ठ दिन दिखाने वाले महेंद्र सिंह धोनी क्या कहना चाहते हैं, जिसको जो पकड़ना हो पकड़ सकता है. जिस तरह से उन्हें बीसीसीआई के सालाना कॉन्ट्रैक्ट लिस्ट से बाहर निकाला गया. जिस तरह से उनके रिटायरमेंट को लेकर बयानबाजी हुई, क्या उनके मन में कोई कड़वाहट थी, कह नहीं सकते.
धोनी की पत्नी साक्षी ने रिटायरमेंट के ऐलान के बाद लिखा है- तुम्हें खुद पर गर्व होना चाहिए, मुझे है, जो तुमने हासिल किया है उसपर और जो व्यक्ति तुम हो उसपर. लोग भूल जाएंगे तुमने क्या कहा, तुमने क्या किया, लेकिन वो नहीं भूलेंगे जो तुमने उन्हें महसूस कराया.
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