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पूर्व क्रिकेटर इमरान खान पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री बनने की ओर बढ़ रहे हैं. ऑलराउंडर इमरान ने 26 साल पहले क्रिकेट से संन्यास ले लिया था, लेकिन उनकी तेज गंदबाजी का स्टाइल आज भी क्रिकेट प्रेमियों को याद होगा.
इमरान ने साल 1992 में अपने देश पाकिस्तान को एकमात्र वर्ल्डकप का खिताब दिलाया था. हम उनके कुछ सबसे खास इंटरनेशनल टेस्ट क्रिकेट मैच के बारे में बता रहे हैं.
भारतीय टीम 197 रन बनाकर ऑल आउट हो गई और उसे एक पारी से हार का सामना करना पड़ा. इमरान ने पूरी भारतीय पारी को ध्वस्त कर दिया था. उन्होंने दूसरी पारी में सिर्फ 60 रन देकर 8 भारतीय बल्लेबाजों वापस भेज दिया था.
इस मैच की पहली पारी में इमरान ने तीन विकेट लिए थे और भारतीयों को 169 रन पर समेट दिया था.
80 के दशक के मध्य में इमरान खान क्रिकेट के टॉप खिलाड़ियों में शुमार थे. यही नहीं, वो भारत के खिलाफ सबसे अच्छा प्रदर्शन कर रहे थे. उन्होंने अपनी उम्दा गेंदबाजी से सिर्फ 14 रन देकर छह विकेट लिए. उन्होंने सुनील गावस्कर, दिलीप वेंगसरकर और मोहिंदर अमरनाथ जैसे बड़े-बड़े भारतीय खिलाड़ियों के विकेट लिए.
इमरान की तूफानी पारी की बदौलत पाकिस्तान ने भारत को 125 पर ऑलआउट कर दिया था. हालांकि भारतीय गेंदबाजों ने भी पाकिस्तान की पारी 87 रन पर पारी समेट दी.
इस मैच में पाकिस्तान के 131 रनों पर ऑलआउट होने के बाद, तत्कालीन कप्तान इमरान ने आगे बढ़कर 59 रन देकर पांच विकेट लिए. तब पाकिस्तान ने वेस्टइंडीज को 218 रनों पर ऑलआउट कर दिया.
लेकिन इमरान के शानदार प्रदर्शन पर पाकिस्तानी बल्लेबाजों की नाकामी ने पानी फेर दिया. कोई भी बल्लेबाज मैदान पर टिका नहीं रह सका और सिर्फ 77 रन पर पूरी टीम आउट हो गई. पाकिस्तान को पारी और दस रनों से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा.
वेस्टइंडीज के 1 रन की लीड को पार करने के बाद इमरान फिर फॉर्म में आए और निचले क्रम के सारे बल्लेबाजों के विकेट चटका डाले. उन्होंने विवियन रिचर्ड्स का भी विकेट लिया.
पहले स्पेल में किफायती गेंदबाजी के बाद आखिर में इमरान ने डेनिस लिली, जेफ थॉमसन और टेरेंस एल्डमैन को आउट किया.
लेकिन इससे भी पाकिस्तान टीम को कोई मदद नहीं मिली और उसके सारे बल्लेबाज सिर्फ 170 रन बनाकर आउट हो गए.
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