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टीम इंडिया(Team India) के दिग्गज ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह(Harbhajan Singh) ने शुक्रवार को क्रिकेट को अलविदा कह दिया है. उन्होंने सोशल मीडिया के जरिए क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास लेने की घोषणा की. इसके साथ ही उनके 23 साल के करियर का समापन हुआ. हरभजन सिंह ने भारत के लिए अपना आखिरी इंटरनेशनल मैच 5 साल पहले साल 2016 में यूएई के खिलाफ एशिया कप टी-20 में खेला था. चलिए नजर डालते हैं कैसा रहा हरभजन का क्रिकेट करियर
हरभजन के इस शानदार करियर के दौरान 103 टेस्ट में 417 विकेट, 236 वनडे इंटरनेशनल मैचों में 269 विकेट और 28 टी20 इंटरनेशनल मुकाबलों में 25 विकेट दर्ज हैं.
हरभजन सिंह ने 1998 में टेस्ट और वनडे में डेब्यू किया. उन्होंने अपना पहला टेस्ट मुकाबला 1998 में ऑस्ट्रलिया के खिलाफ खेला था. इसके बाद पहला वनडे भी इसी साल न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला. वहीं, भज्जी ने आखिरी टेस्ट 2015 में श्रीलंका के खिलाफ, तो वनडे साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेला था. हरभजन ने 2016 में UAE के खिलाफ अपना आखिरी टी-20 मैच खेला था.
हरभजन के आईपीएल करियर की बात करें, तो उन्होंने 163 मुकाबले खेलें हैं जिनमें उन्होंने 150 विकेट अपने नाम किए.हरभजन मुंबई इंडियंस, चेन्नई सुपर किंग्स और कोलकाता नाइट राइडर्स के लिए खेल चुके हैं.हरभजन पिछले IPL सीजन में कोलकाता नाइट राइडर्स के साथ जुड़े थे. ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने पिछले IPL मे सिर्फ 3 मुकाबले खेले थे जिसमें से उन्हें एक भी मुकाबले में सफलता नहीं मिली थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक हरभजन सिंह किसी एक आईपीएल टीम के साथ कोच या मेंटर की भूमिका निभा सकते हैं
हरभजन सिंह 2011 विश्व कप और 2007 टी-20 विश्व कप विजेता टीम के भी सदस्य रहे हैं.उन्होंने 2011 के विश्व कप में 9 विकेट हासिल किए थे और 2007 टी-20 विश्व कप में 7 विकेट लेकर अहम भूमिका निभाई.उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2001 में कोलकाता के ईडन गार्डन्स में खेले गए ऐतिहासिक टेस्ट मैच में हैट्रिक भी झटकी थी.
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