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दुनिया भर के क्रिकेट फैंस की नजर, इस महीने होने वाले टी 20 विश्वकप (T20 World Cup) पर टिकी हुई है. टी 20 विश्वकप का नौंवा सीजन वेस्टइंडीज और अमेरिका की मेजबानी में 2 जून से 29 जून तक खेला जाएगा. T20 विश्व कप का पहला सीजन 2007 में आयोजित किया गया था, जहां पहले सीजन में ही भारतीय टीम चैंपियन बनी थी. हालांकि, इसके बाद भारत का इस टूर्नामेंट में प्रदर्शन कोई खास नहीं रहा है.
आइए यहां जानते हैं कि भारतीय टीम का टी 20 विश्वकप के हर सीजन में प्रदर्शन कैसा रहा है और भारत ने कितनी बार ट्रॉफी अपने नाम की है?
T20 विश्व कप का पहला सीजन साल 2007 में साउथ अफ्रीका में आयोजित किया गया था, जहां कुल 12 टीमों ने भाग लिया था. भारतीय टीम ने पूर्व कप्तान एमएस धोनी के नेतृत्व में यह टूर्नामेंट खेला था.
भारत ने इस विश्व कप की शुरुआत स्कॉटलैंड के खिलाफ मैच से की थी, हालांकि, यह मैच रद्द हो गया था. इसके बाद भारत ने अपना अगला मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ खेला. यह मैच कई मायनों में इतिहास में दर्ज हो गया. इस मैच का फैसला रनों या विकेटों के अंतर से नहीं बल्कि बॉल-आउट के जरिए हुआ था.
भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवरों में 141 रन बनाए थे. इसके जवाब में पाकिस्तान की टीम 141 रन ही बना सकी. इसके बाद मैच का फैसला बॉल-आउट के जरिए हुआ, जहां भारत ने पाकिस्तान को 3-0 से हराते हुए T20 विश्व कप की पहली जीत दर्ज की.
हालांकि भारत, न्यूजीलैंड के खिलाफ अगला मैच हार गया, लेकिन इसके बाद भारत ने लगातार दो मैच जीतते हुए सेमाफाइनल में जगह बनाई. इसके बाद भारत ने सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया को 15 रनों से हराते हुए फाइनल में अपनी जगह पक्की की.
भारत ने फाइनल मुकाबला पाकिस्तान के खिलाफ खेला, जो काफी रोमांचक रहा. इस मैच में भारत ने पहले बैटिंग करते हुए 157 रनों का स्कोर खड़ा किया, जहां लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम 152 रनों पर सिमट गई. भारत ने इस मुकाबले को पांच रन से हराते हुए T20 विश्व कप की पहली ट्रॉफी अपने नाम कर ली.
भारतीय टीम इस साल लगातार दूसरा खिताब जीतने के इरादे से उतरी, लेकिन उन्हें निराशा हाथ लगी. भारत ने अपने अभियान की शुरुआत बांग्लादेश और आयरलैंड को हराते हुए की लेकिन इसके बाद भारतीय टीम को वेस्टइंडीज, इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगातार तीन हार का सामना करना पड़ा. जिस कारण भारतीय टीम सेमीफाइनल में क्वालीफाई नहीं कर सकी.
भारतीय टीम ने विश्व कप 2010 की शुरूआत भी अफगानिस्तान और साउथ अफ्रीका के खिलाफ लगातार दो जीत के साथ की. लेकिन इसके बाद भारतीय टीम की कहानी 2009 के विश्व कप के तरह ही रही. भारतीय टीम को दो जीत के बाद ऑस्ट्रेलिया, वेस्टइंडीज और श्रीलंका के हाथों लगातार तीन हार का सामना करना पड़ा. जिस कारण भारतीय टीम फिर से सेमीफाइनल में क्वालीफाई करने करने में चूक गई.
भारतीय टीम ने 2012 में भी टूर्नामेंट की शुरुआत अफगानिस्तान के खिलाफ जीत से की. इसके बाद अगले मैच में भारत ने इंग्लैंड को 90 रनों से हराते हुए एक बड़ी जीत दर्ज की. हालांकि, अगले मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया से 9 विकेटों से हार का सामना करना पड़ा. अगले मैच में भारत ने पाकिस्तान को आठ विकेट से हराते हुए वापसी की. फिर इसके बाद साउथ अफ्रीका को भी हराया.
भारतीय टीम ने विश्व कप 2012 के लीग चरण के पांच मैचों में से चार में जीत हासिल की. हालांकि, वह सेमीफाइनल में क्वालीफाई नहीं कर सकी. क्योंकि भारतीय टीम ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान से नेट रन रेट में पिछड़ गई.
भारतीय टीम ने 2014 के T20 विश्व कप की शुरुआत चिर- प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान को सात विकेट से हराते हुए की. इसके बाद भारत ने वेस्टइंडीज, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया को हराते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई. भारत का सेमीफाइनल मुकाबला साउथ अफ्रीका से हुआ, जहां भारतीय टीम छह विकेटों से जीत दर्ज करते हुए फाइनल में पहुंची.
भारतीय टीम इस साल टी- 20 विश्वकप में दूसरी बार फाइनल में पहुंची थी, जहां उनका मुकाबला श्रीलंका से हुआ था. फाइनल मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए भारतीय टीम मात्र 130 रन ही बना सकी. विराट कोहली के अलावा कोई भी बल्लेबाज रन नहीं बना सका. कोहली ने इस मैच में 58 गेंदों में 77 रनों की पारी खेली. इसके अलावा रोहित शर्मा ने 29 और युवराज सिंह ने 21 गेंदों में मात्र 11 रन बनाएं थे.
भारतीय टीम के 130 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी श्रीलंका की टीम ने आसानी से इस मैच को छह विकेटों से जीत लिया. इस हार के साथ ही भारतीय टीम का दूसरी बार ट्रॉफी जीतने का सपना अधुरा रह गया.
टी 20 विश्वकप 2016 की मेजबानी भारत ने की थी. 2016 में भारतीय क्रिकेट फैंस को भारतीय टीम से ट्रॉफी जीतने की बड़ी उम्मीदें थी. हालांकि, क्रिकेट फैंस को एक बार निराशा हाथ लगी. भारतीय टीम ने इस वर्ल्ड कप अभियान की शुरुआत न्यूजीलैंड से मिली हार से की. हालांकि इसके बाद भारतीय टीम ने पाकिस्तान, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया को हराते हुए लगातार तीन जीत दर्ज करते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई. जहां भारतीय क्रिकेट फैंस को इस वापसी से थोड़ी उम्मीद जगी.
भारत का सेमीफाइनल में वेस्टइंडीज से मुकाबला हुआ जहां भारतीय टीम को घरेलु सरजमीं पर सात विकेटों से हार का सामना करना पड़ा. भारत ने इस मैच में पहले बल्लेबाजी करते हुए 192 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया था, लेकिन वेस्टइंडीज ने इस लक्ष्य को 19.2 ओवरों में हासिल कर लिया.
2021 के टी 20 वर्ल्ड कप में भारतीय टीम की शुरुआत दो हार से हुई. भारत को पहले मैच में पाकिस्तान के हाथों 10 विकेटों के बड़े अंतर से हार का सामना करना पड़ा. वहीं अगले मैच में न्यूजीलैंड से आठ विकेटों से हार मिली. भारतीय टीम ने इसके बाद लीग चरण के बाकी बचे तीन मैचों में अफगानिस्तान, स्कॉटलैंड और नामीबिया को हराया. हालांकि इसके बाद भी भारतीय टीम को प्लेऑफ में जगह नहीं मिली.
रोहित शर्मा की कप्तानी वाली टीम इंडिया ने इस वर्ल्ड कप में पाकिस्तान को चार विकेट से हराते हुए अपने अभियान की शुरुआत की. इसके बाद नीदरलैंड को भी 56 रनों से हराया. हालांकि, अगले मैच में भारत को साउथ अफ्रीका के हाथों पांच विकेटों से हार का सामना करना पड़ा. भारतीय टीम ने वापसी करते हुए बांग्लादेश और जिम्बाब्वे को हराते हुए सेमीफाइनल में जगह बनाई.
सेमीफाइनल मैच में भारतीय टीम का मुकाबला इंग्लैंड से हुआ, जहां भारत को दस विकेटों से एक बड़ी हार का सामना करना पड़ा.
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