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मैनचेस्टर में बारिश भी पाकिस्तान की किस्मत नहीं बदल सकी. सातवीं बार भी नतीजा वही निकला जो पिछले 6 बार रहा था. टीम इंडिया ने एक बार फिर दिखा दिया कि वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के लिए उससे पार पाना आसान नहीं है.
पिछली पाकिस्तानी टीमों की तरह सरफराज की सेना ने भी ‘मैन इन ब्लू’ के सामने सरेंडर कर दिया. भारत ने पाकिस्तान को डकवर्थ-लुइस नियम के तहत 89 रन से हरा दिया.
वर्ल्ड कप में भारत की पाकिस्तान पर ये लगातार सातवीं जीत है. इस जीत में टीम का ऑलराउंड प्रदर्शन देखने को मिला. पहले रोहित शर्मा और कोहली समेत टॉप ऑर्डर की शानदार बल्लेबाजी और फिर कुलदीप, पांड्या और शंकर की बेहतरीन गेंदबाजी की मदद से भारत ने पाकिस्तान को सिर्फ 212 रन पर रोक दिया.
इसके साथ ही भारत ने 20 साल बाद एक बार फिर मैनचेस्टर के इसी मैदान पर पाकिस्तान को धूल चटा दी. 1999 में हुए वर्ल्ड कप मैच के दौरान वेंकटेश प्रसाद के 5 विकेट की मदद से भारत ने 43 रन से जीत दर्ज की थी.
पाकिस्तान के लिए ये लक्ष्य बहुत बड़ा था. पाकिस्तान ने कभी भी इतना बड़ा टारगेट हासिल नहीं किया है. इसलिए ये मुश्किल लग रहा था. पाकिस्तान की शुरुआत भी खराब रही. पांचवें ओवर में हैमस्ट्रिंग में चोट के कारण भुवनेश्वर बाहर हो गए. उनका ओवर पूरा करने आए विजय शंकर ने पहली ही गेंद पर इमाम उल हक को LBW कर दिया.
इसी वक्त जब गेंद स्पिन होने लगी थी, तो कुलदीप यादव गेंदबाजी के लिए आए. 24वें ओवर में कुलदीप की एक गेंद ऑफ स्टंप के बाहर पड़ी और तेजी से स्पिन होकर अंदर की ओर आई. बाबर इसे खेल नहीं पाए और बोल्ड हो गए. बाबर ने 48 रन बनाए.
कुलदीप ने अगले ही ओवर में फखर जमान (62) को भी आउट कर दिया. इसके बाद पाकिस्तान के बल्लेबाज टिक नहीं पाए. अगले ही ओवर में हार्दिक पांड्या ने लगातार गेंद पर मोहम्मद हफीज और शोएब मलिक को आउट कर दिया.
इमाद वसीम ने 46 और शादाब खान ने 20 रन बनाकर सिर्फ हार के अंतर को सिर्फ कम किया. दोनों ने आखिरी 5 ओवर में 46 रन बनाए और भारत ने ये मैच 89 रन से जीत लिया. वर्ल्ड कप में रनों के लिहाज से भारत की पाकिस्तान पर ये सबसे बड़ी जीत है.
इससे पहले मैनचेस्टर में पाकिस्तान के कप्तान सरफराज अहमद ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया था. दोनों टीमें वर्ल्ड कप में सातवीं बार भिड़ रही हैं. धवन के बिना उतर रही भारतीय टीम में केएल राहुल को रोहित शर्मा के साथ ओपनिंग के लिए उतारा गया.
राहुल ने निराश नहीं किया. दोनों ने मिलकर पहले विकेट के लिए 136 रन जोड़े. वर्ल्ड कप में पाकिस्तान के खिलाफ किसी भी विकेट के लिए भारत की ये सबसे अच्छी पार्टनरशिप है.
इसके 136 पर पहला विकेट गिरने के बाद कप्तान कोहली क्रीज पर आए. कोहली ने संभल कर खेलना जारी रखा. दूसरी तरफ से रोहित लगातार रन बरसा रहे थे. रोहित ने लगाता तीसरे मैच में शानदार फॉर्म जारी रखी और कुछ लाजवाब शॉट लगाए.
रोहित शर्मा 39वें ओवर में हसन अली की गेंद पर आउट हुए, रोहित ने शानदार 140 रन बनाए. रोहित के आउट होने के बाद हार्दिक पांड्या क्रीज पर आए. पांड्या और कोहली ने मिलकर तेजी से रन बनाए. पांड्या 19 गेंद में 24 रन बनाकर आउट हुए.
इस बीच कोहली ने अपना 51वां अर्धशतक लगाया. हालांकि इसके बाद धोनी भी जल्दी आ गए. 47वें ओवर में बारिश के कारण मैच कुछ देर के लिए रोकना पड़ा. जब मैच दोबारा शुरू हुआ तो, कोहली ज्यादा देर नहीं टिक सके और 77 रन बनाकर आउट हो गए.
कोहली के आउट होने के बाद आखिरी 14 गेंदों में जाधव और शंकर ने 22 रन जोड़े. भारत ने 50 ओवर में 5 विकेट खोकर 336 रन बनाए.
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