advertisement
बेशक पाकिस्तान वर्ल्ड कप-2019 के सेमीफाइनल में नहीं पहुंच पाई, लेकिन उसने अपने आखिरी मैच में बांग्लादेश को 94 रनों से हरा जीत के साथ विदाई ली. पाकिस्तान ने इस मैच में टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला लिया और इमाम उल हक के 100 और बाबर आजम के 96 रनों के दम पर 50 ओवरों में नौ विकेट खोकर 315 रन बनाए.
पाकिस्तान ने फिर छह विकेट लेने वाले शाहीन अफरीदी की अगुआई में बेहतरीन गेंदबाजी के दम पर बांग्लादेश को 44.1ओवरों में 221 रनों पर ढेर कर जीत हासिल की.
इस मैच पर पाकिस्तान के सेमीफाइनल में जाने की नामुमकिन सी सही लेकिन उम्मीदें टिकीं थीं. इसके लिए पाकिस्तान का पहला बल्लेबाजी करना जरूरी था जो उसने की. बांग्लादेश को 316 रनों का लक्ष्य देने के बाद पाकिस्तान को सेमीफाइनल में जगह बनाने के लिए चाहिए था कि वह बांग्लादेश को सात रनों से पहले ऑल आउट कर दे, लेकिन ऐसा हो नहीं पाया और पाकिस्तान की जगह न्यूजीलैंड सेमीफाइनल में पहुंची.
लक्ष्य का पीछा करने उतरी बांग्लादेश की ख्वाहिश भी जीत के साथ विदाई लेने की थी जिसमें वो विफल रही. उसके लिए एक बार फिर शाकिब अल हसन ने बेहतरीन बल्लेबाजी की और 77 गेंदों पर छह चौकों की मदद से 64 रन बनाए. उनके अलावा कोई और बल्लेबाज अर्धशतक नहीं जमा सका.
बांग्लादेश ने अपने प्रदर्शन से वर्ल्ड कप में सबको प्रभावित किया और इसकी सबसे खास वजह रहे दुनिया के नंबर एक ऑलराउंडर शाकिब अल हसन. शाकिब ने इस वर्ल्ड कप में कुछ बड़े रिकॉर्ड अपने नाम किए, लेकिन इनमें सबसे खास है वर्ल्ड कप में सबसे ज्यादा रन का.
शाकिब एक वर्ल्ड कप में बांग्लादेश की ओर से भी सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बन गए. इसके अलावा शाकिब ने 11 विकेट भी लिए और एक वर्ल्ड कप में 600 या उससे ज्यादा रन और 10 या उससे ज्यादा विकेट लेने वाले इकलौते खिलाड़ी भी बन गए.
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान को 23 के कुल स्कोर पर फखर जमन (13) के रूप में पहला झटका लगा. उन्होंने मोहम्मद सैफुद्दीन ने आउट किया. फिर इमाम और बाबर ने विकेट पर टिकने में सफलता हासिल की. दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 157 रनों की साझेदारी की.
सैफुद्दीन ने बाबर को शतक से चार रन दूर पहले ही पवेलियन भेज दिया. इस बल्लेबाज ने 98 गेंदों का सामना कर 11 चौके लगाए. बांग्लादेश के लिए रहमान ने पांच विकेट लिए. सैफउद्दीन को तीन सफलताएं मिलीं. मेहदी हसन को एक विकेट मिला. मैच के बाद पाकिस्तान ने शोएब मलिक के सम्मान में तालियां बचाई क्योंकि यह उनका आखिरी वर्ल्ड कप था.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)