advertisement
इंग्लैंड के साथ तीन मैचों की वनडे सीरीज पर भारत ने आखिरी मुकाबले में जीत के साथ कब्जा कर लिया है. लेकिन इस मैच में जो कुछ हुआ उसने भारतीय क्रिकेट फैंस की धड़कनों को तेज कर दिया. एक वक्त पर लगा कि टीम इंडिया के हाथों में मैच है और आसानी से जीत मिल जाएगी, लेकिन सैम करन ने मैच में फिर एक बार जान फूंक दी. आखिरी 12 गेंदों का जो रोमांच था, उसे हर क्रिकेट फैन ने एन्जॉय किया. मैच जरूर भारत ने जीता, लेकिन सैम करन भी दिल जीतकर चले गए.
आखिरी 12 गेंदों की अगर बात करें तो, इस वक्त तक कोई नहीं जानता था कि ये वनडे सीरीज कौन अपने नाम करने जा रहा है. इंग्लैंड को 12 गेंदों में 19 रनों की जरूरत थी और शानदार बल्लेबाजी कर रहे सैम करन मैदान पर खड़े थे. उनके साथ दूसरे छोर पर मार्क वुड साथ दे रहे थे.
49वें ओवर में कप्तान कोहली ने गेंद हार्दिक पांड्या के हाथों में थमाई. पांड्या ने सैम करन को पहली बॉल में कोई भी रन नहीं लेने दिया. इसके बाद 11 गेंदों में 19 रन चाहिए थे. दूसरी गेंद पर सैम करन ने कट किया और गेंद प्रसन्न कृष्णा की तरफ गई, उनसे यहां मिसफील्ड हुआ और सैम करन ने दौड़कर एक रन पूरा कर लिया. इसके बाद पांड्या की तीसरी गेंद पर मार्क वुड ने शॉट लगाया और गेंद हवा में गई, लेकिन शार्दुल ठाकुर ने कैच छोड़ दिया.
इस कैच के छूटने के बाद एक बार फिर स्ट्राइक पर सैम करन आ गए और जीत के लिए 9 गेंदों पर 17 रनों की जरूरत थी. चौथी गेंद पर सैम करन का टॉप ऐज लगा और गेंद हवा में गई, जिसके पीछे टी नटराजन गए, लेकिन कैच नहीं पकड़ पाए. कप्तान कोहली इस खराब फील्डिंग से नाराज दिखे. इसके बाद पांचवीं गेंद पर कोई भी रन नहीं गया. आखिरी गेंद पर स्ट्राइक अपने पास रखने के लिए सैम करन ने सिंगल लिया.
अब इंग्लैंड को आखिरी ओवर में जीत के लिए 14 रनों की जरूरत थी और स्ट्राइक इन फॉर्म बल्लेबाज सैम करन के पास थी. कप्तान कोहली ने टी नटराजन पर भरोसा जताते हुए उन्हें आखिरी ओवर करने को दिया. नटराजन की पहली गेंद पर सैम करन ने लॉन्ग ऑन पर शॉट लगाया, लेकिन दो रन लेने की कोशिश में मार्क वुड रन आउट हो गए. वुड के बाद रीस टॉपली उनकी जगह लेने आए. लेकिन आते ही दूसरी ही गेंद पर सैम करन को स्ट्राइक दे दी. अब जीत के लिए 4 गेंदों में 12 रनों की जरूरत थी.
अब नटराजन ने तीसरी गेंद ब्लॉकहोल में डाली, जिस पर कोई रन नहीं आया. चौथी गेंद लो फुलटॉस थी, जिसे सैम करन भुना नहीं पाए और इस पर भी कोई रन नहीं गया. अब इंग्लैंड को दो गेंदों में दो छक्कों की जरूरत थी. पांचवीं गेंद पर सैम करन ने चौका जड़ा, लेकिन यहीं से टीम की उम्मीदें भी खत्म हो गईं. क्योंकि अब सिर्फ 1 गेंद में टीम को 8 रनों की जरूरत थी. आखिरी गेंद पर सैम करन छक्का जड़ना चाहते थे, लेकिन नटराजन ने ये भी डॉट निकाल दी और भारत ने 7 रनों इस मैच को जीत लिया.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)