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India vs Pakistan, World Cup 2023: अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए भारत बनाम पाकिस्तान के महामुकाबले को टीम इंडिया ने फतह कर लिया है. टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी पाकिस्तान की टीम 191 रन पर ही ऑलआउट हो गयी थी और टीम इंडिया के सामने 192 रनों का लक्ष्य था. इसके जवाब में टीम इंडिया ने केवल 3 विकेट खोकर 30.3 ओवर में ही यह लक्ष्य हासिल कर लिया.
चलिए आपको बताते हैं भारत की जीत के 5 सबसे बड़े फैक्टर्स:
पाकिस्तान की जब पारी शुरू हुई तब एक्सपर्ट्स की एक ही राय थी- पिच पर बाउंस नहीं है. शुरुआत में बुमराह-सिराज के लिए विकेट निकालना मुश्किल भी हो रहा था लेकिन अभी टीम इंडिया के गेंदबाज जिस फॉर्म में हैं, उसके सामने यह पिच भी बॉलिंग फ्रेंडली लगी. भारत की तरफ से बुमराह, सिराज, हार्दिक पंड्या, कुलदीप और जडेजा- सबने 2-2 विकेट झटके. यानि अगर शार्दुल ठाकुर हो छोड़ दें तो टीम इंडिया का हर गेंदबाज सफल रहा.
शार्दुल ने भी केवल 2 ओवर ही फेंके थे. टीम की तरफ से सबसे महंगे बॉलर- सिराज की इकॉनमी भी 6.20 की रही. मतलब साफ है- टीम की गेंदबाजी अलग लेवल पर है.
टीम इंडिया के लिए कुलदीप यादव एक बार फिर ट्रंपकार्ड साबित हुए हैं. उन्होंने एक ही ओवर में 2 विकेट लेकर टीम इंडिया को मजबूत स्थिति में ला दिया. बाबर के आउट होने के बाद सऊद शकील और मोहम्मद रिजवान ने पारी को आगे बढ़ाने की कोशिश की, लेकिन 33वें ओवर में कुलदीप यादव पाकिस्तान के लिए काल बनकर आए और एक ही ओवर में 2 विकेट ले लिए. पहले सऊद शकील और फिर इफ्तिकार अहमद को वापस भेजकर उन्होंने भारत को बड़ी सफलता दिलाई.
अपने 157वें विकेट के साथ, कुलदीप यादव अब वनडे क्रिकेट में दुनिया के सबसे सफल बाएं हाथ के कलाई के स्पिनर (रिस्ट स्पिनर) बन गए हैं. उन्होंने पूर्व दो बार के वर्ल्डकप विजेता ब्रैड हॉग को पीछे छोड़ दिया है.
पाकिस्तान को शुरुआत तो सही मिली लेकिन उसके बल्लेबाजों ने उसे भुनाया नहीं. एक वक्त पर पाकिस्तान के कप्तान बाबर और रिजवान के बीच 82 रनों की साझेदारी हो गयी थी और टीम बड़े टोटल की ओर देख रही थी. लेकिन एक बार जब विकेट गिरना शुरू हुआ तो टीम का मिडिल और लोअर आर्डर ताश के पत्तों की तरफ बिखर गया.
सिराज ने पूरी ताकत से बाबर को आउट किया और फिर शुरू हुआ कोलैप्स. कुलदीप ने एक ही ओवर में शकील और इफ्तिखार दोनों को आउट किया और बुमराह ने ड्रीम डिलीवरी से रिजवान और शादाब को आउट किया. एक समय पाकिस्तान की टीम का स्कोर, 155-2 था और इसके 13 ओवर बाद टीम 191 रन पर ऑलआउट हो चुकी थी. आखिरी के 36 रन बनाने में टीम ने अपने 8 विकेट खो दिए.
रोहित शर्मा ने भारत की इस जीत में अपने बल्ले के साथ-साथ अपनी शानदार कप्तानी से योगदान दिया. पाकिस्तान के पहले विकेट के लिए सिराज के साथ-साथ कप्तान रोहित को भी श्रेय जाता है. पहले ओवर में ही 3 चौका खाने वाले सिराज पर कप्तान ने भरोसा बनाए रखा है और सिराज ने 8वें ओवर में पहला विकेट झटक कर टीम को जरूरी ब्रेकथ्रू दिलाया. इसके अलावा कुलदीप की गेंद पर सऊद शकील विकेट के सामने पाए गए थे लेकिन अंपायर ने आउट नहीं दिया. ऐसे में कप्तान रोहित ने रिव्यु का सही इस्तेमाल किया और अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा.
एक वक्त टीम इंडिया के सबसे हार्डकोर फैन भी यह शिकायत करते थे कि एक विकेट खोते ही पूरी टीम धराशाही हो जाती है. पाकिस्तान के खिलाफ इस अहम मुकाबले में टीम ने यह शिकायत दोहराने का मौका नहीं दिया. भले ही शुभमन और विराट अपने नाम के अनुसार रन नहीं बना सके लेकिन उनके आउट होने का दबाव आने वाले बल्लेबाजों पर नहीं दिखा.
कप्तान रोहित के अलावा श्रेयस अय्यर ने भी 53* रनों की अर्धशतकीय पारी खेली.
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