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टीम इंडिया के लिए 2020 की शुरुआत अच्छी नहीं रही. साल के पहले ही वनडे मैच में भारतीय सूरमाओं को ऑस्ट्रेलिया ने जमीन पर पटक दिया. मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में 14 जनवरी को वनडे सीरीज के पहले मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को बेहद आसानी से, बिना किसी परेशानी के 10 विकेट से हरा दिया और सीरीज में 1-0 की बढ़त हासिल कर ली.
ऑस्ट्रेलिया की 10 विकेट से हुई ये जीत कोई छोटे लक्ष्य को हासिल करते हुए नहीं मिली, बल्कि 256 रन का पीछा करते हुए हासिल की. सिर्फ यही नहीं, ऑस्ट्रेलिया ने भारतीय गेंदबाजों को घुटने पर ला दिया और सिर्फ 37.4 ओवर में मैच जीत लिया.
डेविड वॉर्नर ने अपने वनडे करियर का 18वां शतक जड़ा, जबकि फिंच ने भी अपना 16वां शतक जड़कर टीम को आसान जीत दिलाई.
पहले बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम के लिए शिखर धवन और केएल राहुल के अलावा और कोई बल्लेबाज खास नहीं कर पाया और टीम बड़ा स्कोर नहीं बना पाई.
लेकिन ऑस्ट्रेलिया ने बिना किसी परेशानी के शानदार शुरुआत की. कप्तान फिंच और वॉर्नर ने आते ही तेजी से रन बनाने शुरू कर दिए. इन दोनों के सामने भारत का बेहतरीन गेंदबाजी आक्रमण बिल्कुल फीका नजर आया.
हालांकि दो बार डीआरएस की मदद से वॉर्नर को जीवनदान मिला और उन्होंने इसका पूरा फायदा उठाया. दोनों बल्लेबाजों ने अपने शतक पूरे किए और ऑस्ट्रेलिया को आसान जीत दिलाई.
मंगलवार 14 जनवरी को सीरीज के पहले मैच में टॉस हारकर बल्लेबाजी करने उतरी भारतीय टीम को जल्द ही पहला झटका लगा. मिचेल स्टार्क के पहले ओवर में 2 चौके जड़ने वाले रोहित ज्यादा देर नहीं टिक सके.
स्टार्क की ही गेंद को मिड ऑन में ऊंचा शॉट खेलने की कोशिश में मिड ऑफ पर खड़े डेविड वॉर्नर ने लपक लिया. उस वक्त भारत का स्कोर सिर्फ 13 रन था.
इस बीच धवन ने अपने करियर का 28वां अर्धशतक भी पूरा किया. इसके बाद भी धवन ने तेजी से रन बनाने जारी रखे. दूसरी तरफ राहुल भी अपने अर्धशतक की ओर बढ़ रहे थे, लेकिन जाम्पा ने उन्हें आउट कर भारत का दूसरा विकेट हासिल किया.
लेकिन जल्द ही एश्टन ऐगर ने राहुल को आउट कर इस पार्टनरशिप को तोड़ दिया और अगले ही ओवर में पैट कमिंस ने अच्छी लय में दिख रहे धवन को आउट कर भारत को बैकफुट पर धकेल दिया.
टीम इंडिया की मुश्किल तब और बढ़ गई जब कप्तान कोहली को जाम्पा ने अपनी ही गेंद पर बेहतरीन कैच पकड़कर पवेलियन लौटा दिया. इसके बाद श्रेयस अय्यर (4) भी चलते बने. उन्हें मिचेल स्टार्क ने अपना शिकार बनाया.
213 के स्कोर पर केन रिचर्डसन ने जडेजा का विकेट लेकर भारत की उम्मीदों को एक और झटका दिया. इसके बाद भारतीय टीम की वापसी की बड़े स्कोर तक पहुंचने की उम्मीदें खत्म होती गईं.
आखिरी में शार्दुल ठाकुर (13), कुलदीप यादव (17) और मोहम्मद शमी (10) ने कुछ रन जोड़कर भारत को 250 रन के पार तक पहुंचाया.
ऑस्ट्रेलिया के लिए स्टार्क के अलावा कमिंस और रिचर्डसन ने 2-2 विकेट लिए, जबकि ऐगर और जाम्पा को एक-एक विकेट मिला.
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