advertisement
चोटिल धवन पिच पर नहीं आए, लेकिन राहुल ने भी पाकिस्तानी गेंदबाजों को खूब घायल किया. एक तरफ विष्फोटक रोहित शर्मा बिजलियां गिरा रहे थे तो दूसरी तरफ से केएल राहुल आतिशबाजी कर रहे थे. पाकिस्तान के बॉलरों को कोई उपाय नहीं सूझ रहा था, आखिर में उन्होंने वही किया जिसके लिए वो मशहूर हैं. ईमानदारी से नहीं तो बेईमानी से सही. लेकिन अंपायर की नजरों से बच नहीं पाए. अंपायर ने दे दी वॉर्निंग.
दरअसल वर्ल्ड कप के मैच में पाकिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया. भारतीय फैन्स कीं सारी उम्मीदें इसपर टिकी थीं कि क्या धवन की जगह ओपनिंग करने आए केएल राहुल रोहित शर्मा का पूरा साथ दे पाएंगे? लेकिन राहुल ने रोहित का क्या खूब साथ दिया. सलामी बल्लेबाजों ने 136 रन तक की पारी खेली.
पाकिस्तानी बॉलर जब सीधे रास्ते से इंडिया के विकेट नहीं झटक पाए तो टेढ़े रास्ते पर चल पड़े. गेंद फेंकने के बाद बॉलर गेंद की लाइन पर दौड़ने लगे. पहले मोहम्मद आमेर ने ऐसा किया फिर उनके वहाब रियाज ने. और दोनों ने ऐसा एक बार नहीं ( तब मान लेते कि गलती से हो गया) दो-दो बार किया. दोनों को अंपायर ने वॉर्निंग दी, तब जाकर माने.
कोई ताज्जुब नहीं कि तब भारतीय क्रिकेट फैन्स पाकिस्तानी बॉलरों के मजे लेने लगे
बॉलरों को गेंद की लाइन पर चलना मना होता है. इसे डेंजर एरिया भी कहते हैं. इस लाइन पर चलने के कारण पिच खराब होती है और फिर गेंद अचानक उछाल लेने लगती है. बॉल टर्न लेने लगती है. कुल मिलाकर बॉलरों को फायदा होता है और बैट्समैन के लिए मुश्किलें बढ़ जाती हैं. डेंजर एरिया पर चलने के लिए बॉलर को दो बार वॉर्निंग दी जाती है, अगर वो फिर भी नहीं माना तो उसे गेंदबाजी करने से रोक दिया जाता है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)