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ICC महिला टी20 वर्ल्ड कप के फाइनल में मेजबान ऑस्ट्रेलिया ने अपने अनुभव और घरेलू परिस्थितियों का बखूबी फायदा उठाते हुए पांचवी बार वर्ल्ड चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया है. मेलबर्न क्रिकेट ग्राउंड पर हुए फाइनल मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने पहली बार की फाइनलिस्ट भारत को 85 रन से हरा दिया. ऑस्ट्रेलिया के 184 रन के जवाब में भारतीय टीम सिर्फ 99 रन पर ढेर हो गई.
MCG में वर्ल्ड कप फाइनल का टॉस ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मेग लैनिंग ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग का फैसला किया है. टूर्नामेंट के पहले मैच में जब दोनों टीमें भिड़ी थीं, तो ऑस्ट्रेलियाई कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बॉलिंग चुनी थी और टीम वो मैच हार गई थी.
भारतीय टीम में इस मैच के लिए सिर्फ शिखा पांडे ही इकलौती तेज गेंदबाज हैं. टीम ने अपनी स्पिनर्स पर एक बार फिर भरोसा जताया है. ये भारत की प्लेइंग इलेवन-
ऑस्ट्रेलियाई टीम ने सेमीफाइनल में साउथ अफ्रीका को हराने वाली प्लेइंग इलेवन को ही निर्णायक मुकाबले में उतारा है-
दुनिया के सबसे बड़े क्रिकेट स्टेडियम MCG में हो रहे इस फाइनल के लिए क्रिकेट फैंस में भी जबरदस्त उत्साह है. अनुमान के मुताबिक 80 से 90 हजार दर्शकों के इस फाइनल के लिए स्टेडियम में पहुंचने की उम्मीद है.
भारतीय टीम ने इस टूर्नामेंट में बेहतरीन टीम गेम दिखाया. भारतीय बल्लेबाज जहां ज्यादा प्रभावित नहीं कर पाए, वहीं भारत की सभी गेंदबाजों ने किसी न किसी मैच में अपना कमाल दिखाया. टीम ने एक भी मैच नहीं गंवाया. यहां पढ़िए कैसा रहा टीम इंडिया का फाइनल तक का सफर.
अमेरिकी सिंगर केटी पेरी ने मैच से पहले अपने सुपरहिट गानों से दर्शकों को प्रभावित किया.
मैच से ठीक पहले राष्ट्रगान के लिए उतरी दोनों टीमों का फैंस ने किया शानदार स्वागत
आज का दिन भारतीय क्रिकेट कप्तान हरमनप्रीत कौर के लिए बेहद खास है. न सिर्फ पहली बार भारतीय टीम टी20 वर्ल्ड कप का फाइनल खेल रही है, बल्कि आज हरमनप्रीत का जन्मदिन भी है.
भारत के लिए स्पिन ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने गेंदबाजी की शुरुआत की है. हालांकि पहली ही गेंद फुल टॉस पड़ गई और एलिसा हीली ने उस पर चौका जड़ दिया.
पूरे भारत की तरह भारतीय पुरुष वनडे टीम के कप्तान रोहित शर्मा भी भारतीय महिला टीम का जोश बढ़ा रहे हैं.
पहले ओवर की पांचवी गेंद पर ही एलिसा हीली को जीवनदान मिल गया. हीली ने दीप्ति की गेंद को कवर्स पर खेला, लेकिन शेफाली वर्मा ने कैच टपका दिया. अगली ही गेंद पर हीली ने एक और चौका जड़ा.
हीली ने पहले ओवर में 3 चौके जड़ डाले और ऑस्ट्रेलिया को शानदार शुरुआत दिलाई है. उन्हें एक जीवनदान भी मिला.
दूसरे ओवर में भी एलिसा हीली ने अपना वही स्टाइल जारी रखा. भारत की सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज शिखा पांडे के ओवर में हीली ने 2 चौके जड़े.
स्कोर- 23/0
दीप्ति शर्मा ने इस बार पहली पांच गेंद पर ज्यादा मौके नहीं दिए, लेकिन आखिरी गेंद लेग स्टंप के बाहर डाली जिसे एलिसा हीली ने फाइन लेग पर स्वीप कर 4 रन बटोर दिए.
स्कोर- 32/0
टूर्नामेंट में अबतक भारत की फील्डिंग अच्छी रही थी, लेकिन फाइनल में शुरू में ही 2 कैच टपका दिए हैं. चौथे ओवर में राजेश्वरी गायकवाड़ ने अपनी ही गेंद पर बेथ मूनी का सीधा कैच छोड़ दिया. ऑस्ट्रेलिया का स्कोर उस वक्त सिर्फ 36 रन था.
चौथे ओवर के बाद स्कोर- 37/0
पांचवा ओवर कराने आई शिखा पांडे एक बार फिर महंगी साबित हुई. ओवर की पांचवी और छठी गेंद पर बेथ मूनी ने लगातार 2 चौके जड़े. इस ओवर में 10 रन आए.
5 ओवर के बाद स्कोर- 47/0
राजेश्वरी ने इस ओवर में सिर्फ 2 रन दिए और रनों की रफ्तार पर लगाम लगाई. पहले पावर-प्ले में ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 49 रन बना लिए हैं और कोई भी विकेट नहीं खोया.
पावर-प्ले के बाद भारत की सबसे सफल गेंदबाज पूनम यादव बॉलिंग के लिए आई हैं. पूनम ने टूर्नामेंट के पहले ही मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपनी लेग-ब्रेक और गुगली का कमाल दिखाया था और 19 रन देकर 4 विकेट लिए थे. टीम को आज भी उनसे ऐसे ही प्रदर्शन की उम्मीद होगी.
फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने शानदार शुरुआत की है. सिर्फ 7 ओवर में टीम ने बिना कोई विकेट गंवाए ही 54 रन बना लिए हैं. एलिसा हीली (32*) और बेथ मूनी (22*) ने कमाल की बल्लेबाजी अभी तक की है.
एलिसा हीली ने एकबार फिर जोरदार अटैक किया है. आठवें ओवर में हीली ने राजेश्वरी गायकवाड़ पर लगातार 2 लंबहे छक्के जड़े हैं. पहला छक्का डीप मिडविकेट पर जड़ा और फिर अगली ही गेंद पर स्ट्रेट बाउंड्री पर खड़े फील्डर के ऊपर से छक्का मारा.
8 ओवर के बाद स्कोर- 70/0
पूनम यादव के ओवर में बेथ मूनी ने एक चौका जड़ा और ऑस्ट्रेलिया ने बेहतरीन रनिंग की मदद से भी 9 रन इस ओवर में बटोरे.
ओपनर एलिसा हील ने राधा यादव की दूसरी ही गेंद को स्ट्रेट बाउंड्री पर ऊंचा शॉट खेलकर चौके में बदला और सिर्फ 30 गेंदों में अपना अर्धशतक पूरा कर लिया. हीली ने 7 चौके और 2 छक्के जड़े हैं.
10वें ओवर में भी ऑस्ट्रेलिया ने 12 रन निकाल लिए और टीम को 91 रन तक पहुंचा दिया है. फाइनल में ऐसी शुरुआत से ऑस्ट्रेलिया बड़े स्कोर की ओर बढ़ता दिख रहा है. भारतीय टीम को अभी भी पहली विकेट की सख्त जरूरत है.
अर्धशतक के बाद से हीली और भी खतरनाक अंदाज में दिख रही हैं. हीली ने शिखा पांडे पर लगातार 3 छक्के जड़ दिए हैं. हीली ने पहले लॉन्ग ऑन पर छक्का जड़ा. फिर अगली ही गेंद पर विकेट से बाहर निकलकर स्ट्रेट बाउंड्री पर छक्का मारा और उसके बाद एक्सट्रा कवर्स बाउंड्री के बाहर भी 6 रन बटोर लिए. इस ओवर की पहली ही गेंद पर बेथ मूनी ने भी एक चौका जड़ा था.
11वें ओवर में 23 रन आए. स्कोर- 114/0
हीली ने राधा यादव की गेंद पर एक बार फिर डीप मिडविकेट पर 6 रन बटोरने की कोशिश की, लेकिन इस बार शॉट में ज्यादा ताकत नहीं थी और लॉन्ग ऑन बाउंड्री पर वेदा कृष्णमूर्ति ने आसान कैच लिया. हीली ने 39 गेंद में 75 रन की शानदार पारी खेली, जिसमें 5 छक्के और 7 चौके शामिल थे.
12 ओवर पूरे, स्कोर- 117/1
हीली ने इस वर्ल्ड कप में जबरदस्त प्रदर्शन किया है. फाइनल मैच के अर्धशतक को मिलाकर इस इस बार के वर्ल्ड कप में सबसे तेज अर्धशतकीय पारी उनके ही नाम है. यहां तक कि पहले तीन नंबर पर हीली ही हैं.
ऑस्ट्रेलियाई टीम 9 रन प्रति ओवर की औसत से रन बना रही है. विकेट गिरने का भी असर उनके रनरेट पर नहीं पड़ा है.
हीली के बाद दूसरी ओपनर बेथ मूनी ने भी अपना अर्धशतक पूरा कर लिया है. मूनी ने 41 गेंद में पचास रन पूरे किए. अपनी पारी में वो 6 चौके जड़ चुकी हैं.
15 ओवर के बाद स्कोर- 142/1
16वें ओवर में राधा यादव की पहली 2 गेंदों पर बेथ मूनी ने लगातार 2 चौके जड़े. इसकी मदद से ऑस्ट्रेलिया ने 16 ओवर में ही 150 रन का आंकड़ा पार कर लिया है. स्कोर- 154/1
भारत को बड़ी सफलता मिली है. दीप्ति शर्मा ने ऑस्ट्रेलियाई कप्तान मेग लैनिंग को आउट कर ऑस्ट्रेलिया को दूसरा झटका दिया है. लैनिंग ने दीप्ति की ऑफ स्टंप से बाहर की गेंद को लेग साइड में पुल किया, लेकिन स्क्वायर लेग पर शिखा पांडे ने कैच ले लिया. लैनिंग ने सिर्फ 16 रन बनाए.
दीप्ति शर्मा ने शानदार ओवर कराया है. अपने आखिरी ओवर में दीप्ति ने एक और विकेट हासिल किया. क्रीज पर अभी अभी पहुंची एश्ले गार्डनर आगे बढ़कर खेलने की कोशिश की, लेकिन गेंद मिस कर गईं और तानिया भाटिया ने तूफानी तरीके से स्टंपिंग कर दी.
17 ओवर पूरे, स्कोर- 157/3
19वें ओवर में भारत को चौथी सफलता मिल गई है. पूनम यादव की शॉर्ट पिच गेंद को पुल करने की कोशिश में रेचल हायंस विकेट पर ही मार बैठीं. स्कोर- 176/4
महिला टी20 वर्ल्ड कप कते इतिहास में ऑस्ट्रेलिया ने सबसे बड़ा स्कोर बना दिया है. हालांकि, खराब शुरुआत के बाद आखिरी ओवरों में भारत ने ऑस्ट्रेलिया पर कुछ लगास कसी और स्कोर को 200 रन के पार जाने से रोका.
ऑस्ट्रेलिया के लिए बेथ मूनी ने सबसे ज्यादा 78 रन बनाए और आखिर तक नाबाद रही. भारत के लिए दीप्ति शर्मा ने सबसे ज्यादा 2 विकेट लिए.
ऑस्ट्रेलिया के बड़े स्कोर के जवाब में भारत को अच्छी शुरुआत की जरूरत थी. इसके लिए टूर्नामेंट में भारत की सबसे सफल बल्लेबाज रहीं 16 साल की शेफाली वर्मा से बड़ी उम्मीद थीं. शेफाली ने पहली ही गेंद को स्ट्रेट बाउंड्री पर ऊंचा शॉट खेला, लेकिन सिर्फ 2 रन मिले. तीसरी ही गेंद पर मेगन शूट की गेंद तेजी से अंदर की ओर आई और शेफाली के बल्ले का एज लगा, जिसके विकेट के पास खड़ी कीपर एलिसा हीली ने लपक लिया.
भारत के लिए लक्ष्य का पीछा करते हुए शुरुआत बेहद खराब रही है. शेफाली का विकेट जल्दी गंवाने के बाद क्रीज पर तानिया भाटिया आईं, लेकिन गेंद सिर पर लगने के कारण वो रिटायर्ड हर्ट होकर लौट गईं.
तानिया की जगह क्रीज पर आईं जेमिमा रॉड्रिग्ज ने भी निराश किया और बेहद खराब शॉट खेलकर आउट हो गईं. जेमिमा सिर्फ 2 गेंद के लिए क्रीज पर टिक सकीं और बिना खाता खोले लॉन्ग ऑफ पर कैच आउट हो गईं.
भारतीय टीम बड़ी मुसीबत में फंस गई है. टीम के 3 सबसे बड़े बल्लेबाज सस्ते में आउट हो गए हैं. सोफी मॉलिन्यू की गेंद को मिड ऑफ से ऊपर मारने की कोशिश में स्मृति सर्किल के अंदर ही कैच दे बैठीं. निकोला कैरी ने दूसरा कैच लपका.
आउट होने से पहले मंधाना ने बेहतरीन शॉट लगाकर चौके जड़े थे और लगा था कि बड़े मैच में वो बड़ी पारी खेलेंगी, लेकिन पूरे टूर्नामेंट की तरह आखिरी मैच में भी वो विफल रहीं.
पहले ही अपने 3 बड़े विकेट गंवा चुकी भारतीय टीम को कप्तान हरमनप्रीत कौर से एक अच्छी पारी की उम्मीद रही होगी, लेकिन अपने जन्मदिन के दिन भी कप्तान कुछ कमाल नहीं दिखा सकीं. रनरेट बढ़ाने के दबाव में हरमन ने पहले कवर्स के ऊपर से 4 रन जड़े, लेकिन अगली ही गेंद को बाउंड्री पार पहुंचाने की कोशिश में डीप मिडविकेट पर लपकी गईं.
हरमनप्रीत के लिए भी ये वर्ल्ड कप बेहद खराब रहा और फाइनल में वो सिर्फ 4 रन बनाकर आउट हो गईं.
भारत ने पहले पावर-प्ले में ही अपने 4 विकेट गंवा दिए हैं. 7 ओवर के बाद भारतीय टीम सिर्फ 34 रन ही बना सकी. क्रीज पर वेदा कृष्णमूर्ति और दीप्ति शर्मा हैं, जिनके सामने बड़े लक्ष्य को हासिल करने की लगभग असंभव चुनौती है.
भारतीय टीम ने 10 ओवर पूरे होने के बाद 51 रन बना लिए हैं. भारत के लिए जीत लगातार दूर होती जा रही है. आखिरी 10 ओवरों में टीम को जीत के लिए 134 रन की जरूरत है, जबकि हाथ में सिर्फ 6 विकेट हैं.
भारत ने सिर्फ 58 रन पर ही अपना पांचवां विकेट भी गंवा दिया है. वेदा कृष्णमूर्ति रनरेट बढ़ाने की कोशिश में आउट हो गईं. हालांकि वेदा ने दीप्ति के साथ मिलकर 28 रन की साझेदारी की. वेदा 24 गेंद में 19 रन बनाए.
12 ओवर के बाद स्कोर- 58/5
भारतीय टीम अपने पहले ही फाइनल में बड़ी हार के करीब है. टीम ने सिर्फ 88 रन पर 6 विकेट गंवा दिए हैं. दीप्ति शर्मा ने काफी देर तक अकेले संघर्ष किया, लेकिन बड़े शॉट की कोशिश में वो भी विकेट गंवा बैठी. दीप्ति ने 33 रन बनाए.
16.1 ओवर के बाद भारत- 88/6
एक ओवर बाद ही भारत ने अपना एक और विकेट खो दिया है. शिखा पांडे मेगन शूट का शिकार हो गई हैं. शिखा ने सिर्फ 2 रन बनाए. 17.1 ओवर में भारत ने 7 विकेट गंवा दिए हैं और स्कोर सिर्फ 92 रन है.
पूनम यादव के विकेट के साथ ही भारतीय टीम सिर्फ 99 रन पर ऑल आउट हो गई. इसके साथ ही भारतीय टीम का पहला वर्ल्ड कप जीतने का सपना भी टूट गया. ऑस्ट्रेलिया लगातार दूसरी बार और कुल पांचवी बार वर्ल्ड चैंयिपन बन गया.
ऑस्ट्रेलिया को धमाकेदार शुरआत देने वाली एलिसा हीली को उनकी 75 रन की पारी के लिए प्लेयर ऑफ द मैच चुना गया. हीली ने सिर्फ 39 गेंद में 5 छक्के और 7 चौकों की मदद से 75 रन बनाए. वो बेथ मूनी के बाद 236 रन बनाकर दूसरी सबसे ज्यादा रन बनाने वाली खिलाड़ी रहीं.
फाइनल में 78 रन की शानदार पारी खेलने वाली बेथ मूनी को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया. मूनी ने वर्ल्ड कप में 3 अर्धशतक की मदद से सबसे ज्यादा 259 रन बनाए.
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