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न्यूजीलैंड के खिलाफ टीम इंडिया ने पांच वनडे मैचों की सीरीज में धमाकेदार जीत के साथ शुरुआत की है. पहले वनडे मैच में भारत ने न्यूजीलैंड को 8 विकेट के बड़े अंतर से हराया. वो भी जब मैच में 14 ओवर से ज्यादा का खेल बाकी था. न्यूजीलैंड की पूरी टीम 157 रन पर ही सिमट गई थी.
डकवर्थ-लुइस नियम के तहत भारत को 156 रनों का लक्ष्य मिला था. वो उसने 34.5 ओवर में दो विकेट खोकर हासिल कर लिया. रोहित शर्मा और विराट कोहली आउट होने वाले दो बल्लेबाज रहे. शिखर धवन ने नॉटआउट 75 रन बनाए.
लेकिन मैच के हीरो रहे मोहम्मद शमी, जिन्होंने 6 ओवर में 19 रन देकर 3 विकेट झटके. इसमें 2 मेडन ओवर भी शामिल हैं. मोहम्मद शमी ने न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाजों की जोड़ी मार्टिल गुप्टिल और कॉलिन मुनरो को सस्ते में पवेलियन भेजा. उनके इस शानदार प्रदर्शन को जिन दो गेंदबाजों से पूरा सहयोग मिला, वो हैं युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव.
विराट कोहली ने इन दोनों गेंदबाजों को काफी समय के बाद प्लेइंग 11 में एकसाथ शामिल किया था. दोनों ने उनके इस फैसले को सही ठहराया. युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव ने मिलकर 6 विकेट झटके. इन गेंदबाजों के शानदार प्रदर्शन के आगे कीवियों ने घुटने टेक दिए. पूरी टीम पचास ओवर से काफी पहले ही पवेलियन लौट चुकी थी.
कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल दरअसल मिडिल ओवर के मास्टर्स हैं. दोनों की गेंदबाजी एक दूसरे को कॉम्प्लीमेंट करती है. यानी एक दबाव बनाता है और दूसरा विकेट लेता है.
इस दौरान युजवेंद्र चहल ‘स्क्वाड’ में तो थे, लेकिन प्लेइंग 11 में उन्हें जगह नहीं मिल रही थी. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ आखिरी वनडे मैच में उनकी प्लेइंग 11 में वापसी हुई. उस मैच में उन्होंने 6 विकेट चटकाए और मैन ऑफ द मैच बने.
इसी वजह से न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच में उन्हें प्लेइंग 11 से बाहर रखना विराट कोहली के लिए मुश्किल हो गया. करीब तीन महीने बाद एक बार फिर मैदान में युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव की जोड़ी उतरी. इस जोड़ी ने एक बार फिर कमाल किया.
न्यूजीलैंड के खिलाफ पहले मैच में कुलदीप यादव ने 10 ओवर में 39 रन देकर चार विकेट झटके. इसमें 1 मेडन ओवर भी शामिल था. युजवेंद्र चहल ने 10 ओवर में 43 रन देकर 2 विकेट लिए.
नतीजा एक बार फिर दोनों की कामयाबी से टीम को जीत मिली. विश्व कप से पहले इन दोनों गेंदबाजों का फॉर्म में दिखना वैसे भी विराट कोहली के लिए बडी खुशी की बात है.
2019 विश्व कप इंग्लैंड में खेला जाना है, जिस मौसम में वहां मैच खेले जाने हैं, तब तक पिचें सूख चुकी होंगी. ऐसे में उन पिचों पर स्पिनर्स का रोल बहुत अहम होगा.
इंग्लैंड में खेली गई चैंपियंस ट्रॉफी में ऐसा ही देखने को मिला था. भुवनेश्वर कुमार, जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद शमी के तौर पर भारत के पास शानदार तेज गेंदबाज हैं. युजवेंद्र चहल और कुलदीप यादव के शानदार फॉर्म की बदौलत टीम इंडिया निश्चित तौर पर विश्व कप में ‘बेस्ट बॉलिंग यूनिट’ के तौर पर मैदान में उतरेगी.
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