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ईडन गार्डन्स में कोलकाता के खिलाफ बैंगलोर के कप्तान विराट कोहली ने शानदार शतक लगाया और टीम को जीत दिलाई. इस दौरान कोहली ने न सिर्फ KKR के गेंदबाजों का मजाक बना डाला, बल्कि इस IPL के सबसे विवादित विषय ‘मैनकेडिंग’ का भी मजाक उड़ा डाला.
बैंगलोर की पारी के 18वें ओवर में बॉलिंग का जिम्मा कोलकाता के सुनील नारायण पर था. कोहली ने नारायण की तीसरी गेंद पर एक छक्का जमाया. इसके बाद अगली गेंद पर सिंगल लेकर नॉन स्ट्राइकर छोर पर पहुंच गए.
इस सीजन के तीसरे मैच में किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान आर अश्विन ने राजस्थान के ओपनर जॉस बटलर को ‘मैनकेडिंग’ के जरिए आउट कर दिया था. इसके बाद इस मुद्दे पर काफी विवाद हुआ था और क्रिकेट जगत की राय बंटी हुई नजर आई थी. अश्विन ने अपने एक्शन का बचाव किया था और कहा था कि उन्हें कोई खेद नहीं है. साथ ही कहा कि उन्होंने नियमों के दायरे में ही ये किया.
इस सीजन का सबसे पहला विवाद ही मैनकेडिंग था. हालांकि अश्विन-बटलर की घटना के बाद कोई दूसरा ऐसा वाकया नहीं हुआ, लेकिन ऐसे मौके भी आए जब गेंदबाज ने बल्लेबाज को चेतावनी दी. 30 मार्च मोहाली में पंजाब और मुंबई के मैच के दौरान पंजाब के मयंक अग्रवाल अपनी क्रीज से बाहर आ गए थे, लेकिन क्रुणाल ने मयंक को आउट करने के बजाए सिर्फ चेतावनी दी.
क्रुणाल पांड्या ने चेन्नई के खिलाफ मैच में धोनी के साथ भी ऐसा ही कुछ किया था. अपने रन अप पर निकलकर क्रुणाल बीच में ही रुक गए. हालांकि नॉन स्ट्राईकर एंड पर खड़े चेन्नई के कप्तान धोनी अपनी क्रीज के अंदर ही थे.
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