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एशिया कप के लिए चुनी गई टीम इंडिया में विराट कोहली शामिल नहीं है. आईपीएल के दौरान अनफिट हुए कुछ खिलाड़ियों की वापसी और एकाध नए चेहरों को शामिल किए जाने की बात को छोड़ दें, तो इस टीम सेलेक्शन की सबसे बड़ी खबर यही है.
विराट कोहली को इंग्लैंड के खिलाफ चल रही टेस्ट सीरीज में कमर में तकलीफ हुई थी. ये बात किसी से छुपी नहीं है. कहीं ऐसा तो नहीं कि वो तकलीफ और ज्यादा ना बढ़ जाए इसलिए विराट कोहली ने एशिया कप में ना खेलने का फैसला किया हो.
बात अगर यही है तो विराट को आराम देना मैनेजमेंट की मजबूरी थी. लेकिन अगर ये आराम यूं ही दिया गया है तो ये फैसला उलटा पड़ सकता है. वैसे भी एशिया कप वनडे के प्रतिष्ठित टूर्नामेंट्स में गिना जाता है.
जहां टीम इंडिया को पाकिस्तान के खिलाफ भी मैच खेलना है. ऐसे में विराट कोहली को बाहर बिठाने के फैसले के उलटे पड़ने के पीछे डर है. उस डर को बताएं उससे पहले एशिया कप की टीम पर नजर डाल लेते हैं.
एशिया कप 15 सितंबर से दुबई में खेला जाएगा. जिसमें भारत, श्रीलंका, पाकिस्तान और बांग्लादेश जैसी टीमें हिस्सा लेंगी. इसी टूर्नामेंट में 19 सितंबर को भारत का मुकाबला पाकिस्तान से होना है. इस हाई प्रोफाइल मैच के लिए अभी से रोमांच उफान पर है.
दरअसल, पिछले कई साल से भारत पाकिस्तान की टीमों का आमना सामना इसी तरह के टूर्नामेंट्स में होता है. लिहाजा दोनों देशों के क्रिकेट प्रेमियों को इस मुकाबले का इंतजार रहता है. विराट कोहली की गैरमौजूदगी में टीम इंडिया पाकिस्तान के खिलाफ कमजोर दिखाई दे रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि विराट कोहली के टीम में ना होने का सीधा मतलब है, विरोधी टीम के पास मनोवैज्ञानिक बढ़त. दुबई पाकिस्तान के लिए एक तरीके से उनका घरेलू मैदान है.
उनके अलावा बाकि बल्लेबाजों को पाकिस्तान के गेंदबाजों ने अच्छा खासा परेशान किया है. दोनों टीमों के बीच चैंपियंस ट्रॉफी में हुए पिछले मुकाबले में तो भारत को बड़ी हार का सामना करना पड़ा था. उस मैच के आंकड़े याद कर लीजिए.
चैंपियंस ट्रॉफी के पहले के दो हालिया मैचों में विराट कोहली को छोड़कर बाकी बल्लेबाज रंग में नहीं थे. इन दोनों मैचों में भारत जीता था, लेकिन विराट कोहली की बल्लेबाजी की बदौलत. एक मैच में विराट कोहली ने नॉट आउट 81 रन बनाए थे और दूसरे में उन्होंने शतक लगाया था. ऐसे में उनका मैदान में ना होना भारतीय क्रिकेट फैंस को चिंता में डाल रहा है.
गौर करने वाली बात ये भी है कि इस वक्त विराट कोहली अपने करियर की बेहतरीन फॉर्म में हैं. इंग्लैंड में वो टेस्ट सीरीज में दो शतक लगा चुके हैं. उनके खाते में करीब 500 रन हैं.
उनकी इस बात में दम भी है. इस खेल में शायद ही कोई दिग्गज क्रिकेटर हो जिसने बुरी फॉर्म ना देखी हो. विराट कोहली इस समय जिस शानदार फॉर्म में हैं और अगर वो फिट हैं तो बेहतर होता कि वो एशिया कप में भी भारत की नुमाइंदगी करते. कुछ और रन बटोरते. फिर अगर आराम लेना ही है तो अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ जो घरेलू सीरीज है उसमें वो आराम कर लेते.
वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में भारत की जीत के ‘चांसेस’ कहीं ज्यादा हैं. बेहतर होता अगर बीसीसीआई स्वीकार करता कि विराट कोहली सौ फीसदी फिट नहीं हैं और टीम की जरूरत को देखते हुए उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खेलने का फैसला तो किया है लेकिन उसके तुरंत बाद उन्हें आराम चाहिए.
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