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भारतीय महिला क्रिकेट (Indian Women Cricket) की दिग्गज तेज गेंदबाज झूलन गोस्वामी (Jhulan Goswami) ऐतिहासिक लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान पर अपना अंतिम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच खेलकर संन्यास लेने जा रहीं हैं. 24 सितंबर को लॉर्ड्स में भारत इंग्लैंड दौरे का अपना तीसरा और अंतिम एकदिवसीय मैच खेलेगा.
झूलन गोस्वामी का क्रिकेट का सफर शानदार, लेकिन संघर्षों से भरा रहा है. आइए आपको उनकी क्रिकेट जर्नी के बारे में विस्तार से बताते हैं.
झूलन निशित गोस्वामी एक भारतीय अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर है और वह भारत की राष्ट्रीय महिला क्रिकेट टीम की पूर्व कप्तान रह चुकी हैं. वह एक ऑलराउंडर हैं जो दाएं हाथ से बल्लेबाजी करती हैं और दाएं हाथ से मध्यम तेज गेंदबाजी करती हैं. झूलन गोस्वामी को अब तक की सबसे महान महिला तेज गेंदबाजों में से एक माना जाता है. झूलन इससे पहले अगस्त 2018 में महिला T20 क्रिकेट से भी संन्यास की घोषणा कर चुकी हैं.
झूलन गोस्वामी, महिला एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे ज्यादा विकेट लेने वाली गेंदबाज हैं. फरवरी 2018 में, दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ, वह महिला वनडे में 200 विकेट लेने वाली पहली गेंदबाज बनीं. उन्होंने किम्बर्ले में तीन मैचों की सीरीज के दूसरे एक दिवसीय खेल के दौरान दक्षिण अफ्रीका की सलामी बल्लेबाज लौरा वोल्वार्ड्ट का विकेट लेकर यह उपलब्धि हासिल की थी.
अप्रैल 2018 में उनके सम्मान में एक भारतीय डाक टिकट जारी किया गया था. मार्च 2022 में, 2022 महिला क्रिकेट विश्व कप में, झूलन गोस्वामी महिला क्रिकेट में 250 विकेट लेने वाली पहली गेंदबाज बनीं.
इससे पहले वह एक फुटबॉल फैन थीं. झूलन गोस्वामी को क्रिकेट में दिलचस्पी तब शुरू हुई जब उन्होंने 1992 का क्रिकेट विश्व कप टीवी पर देखा. 1997 के महिला क्रिकेट विश्व कप में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बेलिंडा क्लार्क को देखने के बाद उन्होंने खेल में अपनी दिलचस्पी बढ़ा ली. क्योंकि उस समय चकदाहा में क्रिकेट की कोई सुविधा नहीं थी, इसलिए झूलन गोस्वामी क्रिकेट खेलने के लिए कोलकाता आई थीं.
कोलकाता में अपनी ट्रेनिंग खत्म करने के तुरंत बाद, गोस्वामी को बंगाल महिला क्रिकेट टीम में बुलाया गया. 19 साल की उम्र में, उन्होंने 2002 में चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ एक दिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैच में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू किया. उनका टेस्ट डेब्यू 14 जनवरी 2002 को इंग्लैंड के खिलाफ लखनऊ में हुआ था.
झूलन गोस्वामी ने 19 सितंबर 2017 को बताया था कि उनके ऊपर एक बायोपिक 'चकदाहा एक्सप्रेस' बन रही है. बायोपिक सुशांत दास द्वारा निर्देशित की जाएगी, यह झूलन गोस्वामी की कोलकाता के विवेकानंद पार्क के नेट से लंदन के लॉर्ड्स क्रिकेट मैदान तक का सफर दिखाएगी. जहां तब भारत इंग्लैंड के खिलाफ विश्व कप फाइनल हार गया था.
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