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भारत की दो वर्ल्ड कप चैंपियन टीम का हिस्सा रहे गौतम गंभीर ने 4 दिसंबर, 2018 को क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास का ऐलान कर दिया. अपने 15 साल के अंतरराष्ट्रीय करियर में, भारत के कई अहम मुकाबलों में उनका योगदान रहा. खासकर 2007 के टी20 वर्ल्ड कप फाइनल में उनके 75 रन और 2011 के वर्ल्ड कप फाइनल के 97 रन. इन दोनों ही वर्ल्ड कप की जीत में गंभीर का लोहा दुनिया ने माना था.
गंभीर ने भारत के लिए 58 टेस्ट खेले, उन्होंने टेस्ट में भारत के लिए 41.95 की औसत से 4154 रन बनाए. 147 वनडे मैचों में उन्होंने भारत के लिए 5238 रन बनाए और 37 टी20 में 932 रन बनाए.
इस मैच को भले ही धोनी ने छक्का मारकर जिताया हो पर हीरो तो गौतम गंभीर थे. सेहवाग के जल्दी आउट होने के बाद, पारी को गंभीर ने ही संभाला था. सेहवाग 0 पर और तेंदुल्कर 18 रन बनाकर आउट हो गए थे. जीत का रास्ता आसान करने वाले गंभीर ही थे.
इस मैच में खेली 97 रनों की पारी और उनकी जर्सी पर घिसटने के निशान जो डाइव करने से लगे थे, ये इस बात का जीता जागता सबूत है. कि गंभीर ने वर्ल्ड कप की जीत की नींव रखी.
इस बार ओपनिंग पार्टनर विरेंद्र सेहवाग घायल होने की वजह से नहीं खेल पाए, तो पारी संभालने की जिम्मेदारी गंभीर की थी. युसुफ पठान और रोबिन उथप्पा भी जल्दी आउट हो गए. 6 ओवर में भारत का स्कोर 40 रन था और 2 विकेट भी गिर चुके थे.
हर बॉल को सहजता के साथ खेलते हुए उन्होंने 54 बॉल पर 75 रन जड़ दिए. इस पारी में गंभीर ने 8 चौके और 2 छक्के भी लगाए. ये मैच भारत 5 विकेट से जीता था.
इस मैच में गंभीर तीसरे नंबर पर उतरे थे. बाद में उनका साथ देने के लिए आए नए बल्लेबाज विराट कोहली. तीसरे विकेट के लिए इस जोड़ी ने 224 रन जोड़े, जो कि तीसरे विकेट के लिए जोड़े गए रनों का दूसरा सबसे बड़ा रिकॉर्ड है. इस मैच में कोहली ने अपना पहला शतक भी जड़ा था. कोहली ने इस पारी में 107 रन बनाए.
न्यूजीलैंड ने पहली पारी में 419 रनों का पहाड़ खड़ा कर दिया. भारत ने पहली पारी में सिर्फ 305 रन बनाए, जिससे भारत पर फॉलो ऑन का खतरा बढ़ गया.
दूसरी पारी में तेंदुलकर, द्रविड़ और लक्ष्मण का साथ देते हुए गंभीर ने 436 बॉल पर 137 रन बनाए. इस पारी में वो 643 मिनटों तक खेले और उनकी पारी दो दिनों तक चली. इस पारी के बाद भारत ये मैच ड्रॉ कराने में सफल रहा. इससे अगला मैच भी ड्रॉ रहा और भारत ये टेस्ट सिरीज 1-0 से जीत गया.
बांग्लादेश के खिलाफ पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में जैसे ही गंभीर ने 129 बॉल पर 116 रन बनाए, वो भारत के टेस्ट में लगातार 5 मैचों में शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बन गए.
वो पहले भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने लगातार 5 शतकों का रिकॉर्ड बनाया जो आज भी बरकरार है. विश्व में ऐसा केवल जैक्स कैलिस और मोहम्मद यूसुफ कर पाए हैं. केवल सर डोनाल्ड ब्रैडमैन के नाम लगातार 6 शतक बनाने का रिकॉर्ड है.
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