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MS Dhoni Birthday Special: आज सात जुलाई को भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान एमएस धोनी (MS Dhoni) का जन्म दिन मनाया जा रहा है. 7 जुलाई, 1981 को रांची में जन्मे धोनी आज 41 साल के हो गए हैं. महेंद्र सिंह धोनी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में सबसे सफल कप्तान माने जाते हैं.
महेंद्र सिंह धोनी की कप्तानी में भारत ने 2007 में टी-20 वर्ल्ड कप, 2011 में वर्ल्ड कप और साल 2013 में आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी में भारत की जीत दर्ज करवाई.
महेन्द्र सिंह धोनी के इस जन्मदिन पर देश दुनिया में मौजूद उनके फैंस उन्हें बधाई दे रहें और जन्मदिन सेलिब्रेट कर रहे हैं. हम आपकों महेन्द्र सिंह धोनी के करियर से जुड़ी कुछ ऐसी दिलचस्प बाते बता रहे है. जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं.
महेन्द्र सिंह धोनी भगवान में गहरी आस्था रखते हैं. धोनी जब भी रांची होते तो वो अक्सर अपने परिवार के साथ शहर से करीब 70 किलोमीटर दूर देवड़ी मां के मंदिर जाते है.
महेन्द्र सिंह धोनी क्रिकेट के मैदान के चमकते सितारा तो है ही इसे अलावा उन्हें फुटबॉल खेलने का बड़ा शौक है. स्कूल के दिनों में वो गोलकीपर का काम करते थे. इसके साथ ही उन्हें हॉकी खेलना भी पसंद है.
महेन्द्र सिंह धोनी को गाने सुनने का भी शौक हैं. एक रिपोर्ट के अनुसार धोनी के सबसे फेवरेट सिंगर किशोर कुमार हैं. इसके अलावा उन्हें मुकेश कुमार का गाना ‘पल दो पल का शायर हूं’ बहुत ही ज्यादा पसंद है.
महेन्द्र सिंह धोनी के क्रिकेट के अलावा कार और बाइक्स के बड़े शौकीन है. धोनी के रांछी स्थित घर पर कार और बाइक्स का कलेक्शन है, इसी कारण से उन्होंने अपने घर पर एक बड़ा गैराज भी बना रखा है.
रिपोर्टस के अनुसार उनके पास इस समय बाइक्स में हेलकैट, हार्ले डैविडसन, हायाबूसा और निंजा जैसी बाइक्स हैं, तो कार में वो हमर, पॉर्शे 911, मर्सिडीज बेंस, रेंज रोवर, और ऑडी के मालिक हैं.
महेंद सिंह धोनी को पालतू जानवरों से भी कॉफी लगाव है. धोनी के फॉर्म हाउस पर कई पालतू जानवर है जिनमें कई तरह के डॉग्स और घोड़े शामिल हैं. जिनके साथ वो अक्सर समय बिताते नजर आते हैं.
धोनी के क्रिकेट सफर में उनके दोस्तों का भी खासा योगदान रहा है.शायद यही कारण है टीम इंडिया में जगह बनाने क बाद भी धोनी ने कभी अपने दोस्तों का साथ नहीं छोड़ा. धोनी के दोस्त संतोष लाल एक समय एक बीमारी से जूझ रहे थे, तब धोनी ने उन्हें बचाने की हर संभव कोशिश की थी. संतोष एक्यूट पैंक्रियाटिटीज से ग्रसित थे, ऐसे में उन्हें बेहतर इलाज के लिए दिल्ली लाने के लिए धोनी ने एयर एंबुलेंस की व्यवस्था कराई थी. हालांकि, इसके बाद भी धोनी अपने दोस्त को नहीं बचा सके थे.
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