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वर्ल्ड कप फाइनल में इंग्लैंड के खिलाफ ‘बाउंड्री काउंट’ के आधार पर हार झेलने के बाद न्यूजीलैंड के कप्तान केन विलियमसन ने कहा कि दोनों में से कोई भी टीम ये फाइनल नहीं हारी, लेकिन एक टीम को विजेता घोषित किया गया.
ऐतिहासिक लॉर्डस स्टेडियम में खेला गया फाइनल पहले 50 ओवर के खेल में टाई हुआ और फिर पहली बार हुए सुपर ओवर में भी दोनों टीमों ने बराबर रन बनाए थे. इंग्लैंड ने मैच में कुल 26 बाउंड्री लगाई थी जबकि न्यूजीलैंड के खिलाड़ी 17 बार ही गेंद को सीमारेखा के बाहर पहुंचा पाए.
'न्यूजटॉक जेडबी' ने विलियमसन के हवाले से बताया,
वर्ल्ड कप के ‘मैन ऑफ द टूर्नामेंट’ चुने गए केन विलियमसन ने कहा,
उन्होंने टूर्नामेंट के नॉकआउट स्तर तक पहुंचने के लिए अपने टीम के प्रयासों की तारीफ की और कहा कि टीम ने अच्छे तरीके से खुद को परिस्थितियों के हिसाब से ढ़ाला.
फाइनल में मैच का रुख तय करने वाले दो नियमों पर लगातार चर्चा हो रही है. पहला गप्टिल के थ्रो पर मिले 6 रन और फिर बाउंड्री काउंट के आधार पर विजेता के फैसले का नियम. कई पूर्व क्रिकेटरों ने बाउंड्री काउंट के नियम पर सवाल उठाते हुए इसे बदलने की मांग की है. हालांकि केन विलियमसन ने इसे ज्यादा तवज्जो नहीं दी.
14 जुलाई को लॉर्ड्स में हुए फाइनल में 50 ओवर के क्रिकेट इतिहास का पहला सुपर ओवर हुआ. दोनों टीमों ने इसमें 15 रन बनाए और फिर फैसला बाउंड्री काउंट से हुआ. इंग्लैंड का ये पहला वर्ल्ड कप खिताब था, जबकि न्यूजीलैंड लगातार दूसरी बार वर्ल्ड कप के फाइनल में हार गया.
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