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2014 में इंग्लैंड (England) में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज़ अभी भी विराट कोहली (Virat Kohli) के अंतरराष्ट्रीय करियर के सबसे कठिन चरणों में से एक है. उन्होंने पांच टेस्ट में 1, 8, 25, 0, 39, 28, 0, 7, 6 और 20 रनों का स्कार किया था. उस दौरे के ठीक बाद भारत के टीम निदेशक के रूप में पदभार संभालने वाले रवि शास्त्री ने कहा कि कोहली उस वक्त "सदमे की स्थिति में" और "परेशान" थे. टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक साक्षात्कार में पूर्व भारतीय कोच रवि शास्त्री ने कहा कि उन्हें पता था कि कोहली के लिए अपने सामान्य सर्वश्रेष्ठ में वापस आने के लिए पर्याप्त क्षमता थी.
उन्होंने आगे कहा कि "एक बार जब मैं बोर्ड पर आया, तो मेरी पहली चुनौती किसी ऐसे व्यक्ति की पहचान करना था जो धोनी के नक्शेकदम पर चल सके. मैंने विराट कोहली में धोनी के जूते में कदम रखने के लिए चरित्र, खेल और व्यक्तित्व वाला व्यक्ति पाया.
शास्त्री ने तब बताया कि कैसे कोहली ने कुछ बल्लेबाजी तकनीकों पर काम करने के बाद धीरे-धीरे अपना आत्मविश्वास वापस पा लिया.
शास्त्री ने कहा कि, मैंने उसे बहुत करीब से देखना शुरू किया. मैंने उसे जितना करीब से देखा, मैं उसके आत्मविश्वास की भावना को हर दिन वापस लौटते हुए देख सकता था. शुरुआती दो-तीन महीने टीम को बेहतर तरीके से जानने में लगे. हमने बहुत सारी बातें करना शुरू कर दिया. विभिन्न मुद्दे - बल्लेबाजी तकनीक, आगे का रास्ता, बहुत सी चीजें.
कोहली ने 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया के अगले दौरे में फॉर्म में वापसी की. उन्होंने चार टेस्ट मैचों की सीरीज में 86.50 की औसत से 692 रन बनाए, जिसमें चार शतक शामिल थे. इसी सीरीज में विराट को टेस्ट कप्तान बनाया गया था.
रवि शास्त्री ने कहा कि, भारत वह श्रृंखला 2-0 से हार गया लेकिन मैंने महसूस किया कि टीम ने कोहली के साथ कुछ वास्तविक अच्छा क्रिकेट खेला है जिसमें वो सबसे आगे है.
शास्त्री ने आगे कहा कि, और आपको याद है, करीबी पहले टेस्ट के बाद जिसमें उन्होंने प्रत्येक पारी में एक शतक बनाया और वास्तव में जिस तरह से वह ऑस्ट्रेलिया में खेलना चाहते थे- क्रिकेट का एक अच्छा, आक्रामक ब्रांड. वो कोहली ने करके दिखाया. जिस तरह से हम 360- का पीछा करने के लिए गए थे- साथ ही उन्होंने उस टेस्ट के अंतिम दिन दिखाया कि हम किस तरह की क्रिकेट खेलना चाहते हैं."
बता दें कि विराट कोहली को हाल ही में वनडे कप्तानी से हटाया गया है और उनकी जगह रोहित शर्मा को कप्तान बनाया गया है. इससे पहले टी20 की कप्तानी विराट कोहली ने खुद छोड़ दी थी. रवि शास्त्री का भी कोच के रूप में कार्यकाल खत्म होने के बाद राहुल द्रविड़ भारतीय टीम के मुख्य कोच बने हैं.
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