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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने रविवार 21 जुलाई को वेस्टइंडीज दौरे के लिए टीम के ऐलान के साथ ही कहा कि एमएस धोनी के संन्यास का फैसला उनका खुद का होगा.
हालांकि प्रसाद ने ये भी कहा कि चयनकर्ताओं का काम भविष्य के लिए खिलाड़ियों को तैयार करना है और इसी सिलसिले में वो ऋषभ पंत को निखारने का काम कर रहे हैं.
वेस्टइंडीज दौरे को लेकर टीम के चयन से पहले धोनी के भविष्य को लेकर कई तरह की अटकलें लगाई जा रही थीं. हालांकि एक दिन पहले 20 जुलाई को ही धोनी ने खुद ही 2 महीने के लिए खुद को क्रिकेट से अलग करने का फैसला कर संन्यास की अटकलों पर रोक लगाई थी.
ऐसे में जब मुंबई में टीम का ऐलान किया गया तो धोनी के इस फैसले और उनके संन्यास पर मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद से सवाल किया गया.
प्रसाद ने कहा कि इस पर और ज्यादा बात करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि धोनी सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं हैं और साथ ही नए बोर्ड ने युवा खिलाड़ियों को तैयार करना शुरू कर दिया है.
वहीं चयनकर्ताओं ने ऋषभ पंत को पर्याप्त मौके देने का फैसला किया है. इसके कारण ही तीनों फॉर्मेट में बतौर विकेटकीपर पंत को टीम की पहली पसंद बनाया गया है.
इस दौरे में होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए ऋद्धिमान साहा की एक बार फिर टीम में वापसी हुई है. साहा को 2018 में साउथ अफ्रीका सीरीज के बाद चोट लग गई थी और उसके बाद वो इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया दौरे पर टीम का हिस्सा नहीं बन पाए थे.
प्रसाद ने कहा कि आंध्र प्रदेश के विकेटकीपर बल्लेबाज केएस भरत भी टेस्ट टीम में चयन के काफी करीब आ गए थे.
भारतीय टीम को वेस्टइंडीज दौरे पर 3 टी-20, 3 वनडे और 2 टेस्ट मैच खेलने हैं. 3 अगस्त से टी-20 सीरीजी की शुरुआत होगी, जबकि 8 अगस्त से वनडे सीरीज शुरू होगी. वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के तहत 22 अगस्त से दोनों टीमें 2 टेस्ट मैच की सीरीज में टकराएंगी.
(IANS इनपुट्स के साथ)
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