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शेफाली लड़का बन खेलती थी,ताने सुनती थी, अब टीम इंडिया में है

शेफाली के पिता ने बताया, किस तरह शुरू हुई थी शेफाली की ट्रेनिंग 

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शेफाली की ट्रेनिंग की दिलचस्प कहानी
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शेफाली की ट्रेनिंग की दिलचस्प कहानी
(फोटो: द क्विंट) 

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अंतरराष्ट्रीय टी-20 क्रिकेट (T20I) में भारत की तरफ से सबसे कम उम्र में डेब्यू करने वाली महिला खिलाड़ी शेफाली वर्मा की क्रिकेटर बनने की कहानी काफी दिलचस्प रही है. हरियाणा के रोहतक की रहने वाली 15 साल की शेफाली को भारतीय महिला वनडे क्रिकेट टीम की कप्तान मिताली राज के स्थान पर भारतीय टी-20 टीम में जगह मिली.

अंग्रेजी अखबार द टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक, शेफाली के पिता संजीव ने उन्हें लेकर बताया, ''कोई भी उसे किसी (क्रिकेट) अकैडमी में शामिल करने के लिए तैयार नहीं था क्योंकि रोहतक में लड़कियों के लिए कोई अकैडमी नहीं थी.''

ज्वैलरी की छोटी सी दुकान चलाने वाले संजीव ने बताया,

‘’मैंने कई क्रिकेट अकैडमी के दरवाजे खटखटाए, लेकिन सभी से मुझे नाकामी ही हाथ लगी. मैंने उसके (शेफाली के) बाल काटने का फैसला किया. फिर मैं उसे एक अकैडमी के पास ले गया और वहां लड़के के तौर पर उसे शामिल कराया.’’
संजीव वर्मा, शेफाली के पिता

जब संजीव से पूछा गया कि क्या अकैडमी में कभी किसी को पता चला कि शेफाली लड़का नहीं बल्कि लड़की है, तो उन्होंने कहा, ''मुझे डर था, लेकिन किसी ने भी नोटिस नहीं किया. 9 साल की उम्र में सारे बच्चे एक जैसे ही लगते हैं.''

संजीव ने बताया कि शेफाली के लिए लड़कों के खिलाफ खेलना आसान नहीं था, लेकिन शेफाली ने कभी हार नहीं मानी.

‘पड़ोसी और रिश्तेदार मारते थे ताने’

शेफाली ने न्यूज एजेंसी आईएएनएस को बताया था कि जब उन्होंने खेलना शुरू किया था तो एक लड़की होने के नाते लोगों ने काफी कुछ कहा था. उन्होंने बताया था, "मैंने जब खेलना शुरू किया था तब मेरे पापा से लोग कुछ ना कुछ बोलते रहते थे. हालांकि, मेरे पापा ने उनकी बातें सुनी नहीं और मुझे खेलने दिया."

इस बारे में संजीव ने बताया,

‘’पड़ोसियों और रिश्तेदारों ने मुझे ताने मारे शुरू कर दिए थे. तेरी लड़की लड़कों के साथ खेलती है, लड़कियों का भविष्य नहीं है क्रिकेट में.’’
संजीव, शेफाली के पिता

इसके आगे संजीव ने कहा, ''मेरी बेटी मानसिक रूप से काफी मजबूत है. उसने एक बार मुझसे कहा था- पापा एक दिन सभी मेरा नाम लेंगे.''

दिग्गज खिलाड़ी मिताली राज ने हाल ही में शेफाली की तारीफ करते हुए कहा था कि यह आक्रामक सलामी बल्लेबाज बेहतर मौके मिलने से लंबे समय तक महिला टीम को सेवाएं दे सकती है.

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Published: 03 Oct 2019,03:27 PM IST

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