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भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के नए अध्यक्ष बनने को तैयार पूर्व भारतीय कप्तान सौरव गांगुली ने कहा है कि उनके लिए ये कुछ अच्छा करने का बेहतरीन मौका है. गांगुली ने कहा कि वो ऐसे वक्त में कमान संभालने जा रहे हैं जब बोर्ड की छवि बेहद खराब हुई है.
गांगुली ने आखिरी मौके पर अध्यक्ष पद के सबसे बड़े दावेदार माने जा रहे पूर्व टेस्ट क्रिकेटर बृजेश पटेल को पीछे छोड़ दिया. सोमवार 14 अक्टूबर को दोपहर 3 बजे तक नामांकन का आखिरी वक्त है और माना जा रहा है कि गांगुली इकलौते उम्मीदवार होंगे.
गांगुली ने पीटीआई से बात करते हुए कहा-
गांगुली ने आगे कहा कि बीसीसीआई हाल के वक्त में अच्छे हाल में नहीं है और उसे सुधारने का मौका मिला है.
गांगुली ने माना कि दुनिया के सबसे बड़े और सबसे रईस क्रिकेट बोर्ड को चलाना आसान नहीं है.
इसके साथ ही गांगुली ने साफ किया कि उनकी प्राथमिकता सूची में सबसे पहले फर्स्ट क्लास क्रिकेटर हैं. गांगुली ने कहा कि वो भारतीय क्रिकेट से जुड़े सभी जरूरी लोगों से मिलकर इस सब पर कुछ ऐसा करना चाहते हैं जो प्रशासकों की समिति (सीओए) अपने वक्त में नहीं कर पाई.
हालांकि गांगुली का कार्यकाल बहुत लंबा नहीं होने वाला. उन्हें जुलाई 2020 में अपना पद छोड़ना पड़ेगा क्योंकि बीसीसीआई के नए संविधान के तहत कोई भी शख्स बोर्ड या राज्य संघों में 6 साल से ज्यादा लगातार नहीं रह सकता. गांगुली 2014 में बंगाल क्रिकेट एसोसिएशन (सीएबी) से जुड़े और 2015 से लगातार इसके अध्यक्ष हैं.
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