advertisement
मिताली और पोवार विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. रमेश पोवार के ताजा बयान बाद मिताली राज ने उन पर पलटवार करते हुए कहा कि 'ये उनके जीवन का सबसे काला दिन है.' 'मेरी खेल प्रतिबद्धिता पर सवाल उठाए जा रहे हैं. खेलों में बिताई गई 20 साल की जिंदगी पर लगाए जा रहे कलंक से मैं आहत हूं.’’
मिताली राज के समर्थन में पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर आ गए हैं. एक बातचीत में सुनील गावस्कर ने कहा कि उन्हें मिताली के लिए खेद है, वो अनुभवी खिलाड़ी हैं और 20 साल उन्होंने भारतीय टीम को दिए हैं. वो एक बार चोटिल हुई मगर फिर अगले मैच के लिए वो ठीक थी. ग्रुप मैचों में लगातार अर्द्धशतक लगाने के बावजूद उन्हें टीम से निकाला जाना अजीब था.
भारतीय महिला क्रिकेट टीम के कोच रमेश पोवार ने बुधवार को ये स्वीकार किया कि उनके और सीनियर खिलाड़ी मिताली राज के संबंध 'तनावपूर्ण' है. उन्होंने साफ किया कि वर्ल्ड टी-20 सेमीफाइनल में उन्हें बाहर करना पूरी तरह से क्रिकेट से जुड़ा था. पोवार बीसीसीआई अध्यक्ष राहुल जोहरी और महाप्रबंधक (क्रिकेट संचालन) सबा करीम से मिले. इससे एक दिन पहले मिताली ने उन पर अपमानित करने का आरोप लगाया था.
पोवार ने मुंबई में बीसीसीआई हेडक्वार्टर में बोर्ड के दोनों अधिकारियों से मुलाकात की. भारतीय महिला टीम की सबसे सीनियर खिलाड़ी ने जोहरी और करीम को भेजे गये कड़े ईमेल में पोवार पर आरोप लगाया था कि उन्हें वेस्टइंडीज में खेले गये विश्व टी-20 के दौरान पोवार ने अपमानित किया था. टीम से बाहर किये जाने पर वह रो पड़ी थी.
बीसीसीआई अधिकारी ने कहा कि पोवार ने बताया कि मिताली को सेमीफाइनल से बाहर करना बदले की भावना नहीं बल्कि रणनीति का हिस्सा था. इंग्लैंड ने इस मैच में भारत का आठ विकेट से हराया था. अधिकारी ने बताया, 'पोवार ने कहा कि खराब स्ट्राइक रेट के कारण उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ मैच से बाहर किया गया. इसके अलावा टीम प्रबंधन पिछले मैच में जीत दर्ज करने वाली टीम को बरकरार रखना चाहता था.
मिताली ने प्रशासकों की समिति की सदस्य डायना एडल्जी पर भी पक्षपातपूर्ण रवैया अपनाने का आरोप लगाया था. वनडे टीम की कप्तान ने कहा कि एडल्जी ने उनके खिलाफ अपने पद का उपयोग किया. एडल्जी ने अभी तक मिताली के आरोपों पर प्रतिक्रिया नहीं दी है. चालीस वर्षीय पोवार का अंतरिम कार्यकाल शुक्रवार को समाप्त होने वाला है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)