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क्रिकेट में टी20 फ्रेचाइजी लीग का चलन बढ़ता ही जा रहा है. आईपीएल (IPL) को अभी दो दशक भी नहीं हुए हैं, लेकिन क्रिकेट खेलने वाले तमाम देशों पर इसका असर पड़ चुका है. आईपीएल के ही तर्ज पर कई देशों ने टी20 फ्रेंचाईजी लीग की शुरुआत की है. जिसमें यूएई और साउथ अफ्रीका दो नए नाम है. आईपीएल का असर इन दोनों लीग पर भी देखने को मिला है.
जिस तरह दुनिया भर की क्रिकेट लीग में आईपीएल की टीमें पैसा लगा रही हैं, इससे आईपीएल के बढ़ते प्रभाव को समझा जा सकता है. हाल ही में एक खबर आई थी कि ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज डेविड वॉर्नर इस सीजन बिग बैश लीग के बदले यूएई में होने वाली लीग में खेल सकते हैं.
पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज एडम गिलक्रिस्ट ने आईपीएल के बढ़ते प्रभाव और वॉर्नर के बीबीएल के बदले यूएई टी20 लीग को ज्यादा तवज्जो देने पर काफी कुछ कहा था. गिलक्रिस्ट ने एक रेडियो शो में कहा था कि
उन्होंने आगे कहा, 'यह थोड़ा खतरनाक चलन है, क्योंकि यह उस स्वामित्व और खिलाड़ियों के स्वामित्व और उनकी प्रतिभा पर एकाधिकार करने से जुड़ा है. यह इससे जुड़ा है कि वे कहां खेल सकते हैं और कहां नहीं खेल सकते हैं.
एडम गिलक्रिस्ट के इस बयान पर पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने पलटवार किया है. स्पोर्टस्टार के लिए लिखे कॉलम में गावस्कर ने कहा,
उन्होंने आगे कहा, “आप अपने क्रिकेट के हितों को देखिए और हम क्या करते हैं उसमें हस्तक्षेप करने की कोशिश मत करें. हम अपने फायदे के हिसाब से फैसला लेंगे ना कि आप जो कहेंगे वैसा किया जाएगा.”
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