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आईपीएल सिर्फ और सिर्फ एक तर्ज पर खेला जाता है- बाप बड़ा ना भईया सबसे बड़ा रुपईया. यहां टीमें इसी आधार पर बनती हैं. यहां खिलाड़ी इसी बात पर चुने जाते हैं. जिस समय टीम चुनी जा रही है उस समय जिस खिलाड़ी का फॉर्म अच्छा है उस पर पैसों की बरसात होती है. कई बार खिलाड़ी पर पैसों की बरसात की दूसरी वजह होती है. पिछले सीजन में उस खिलाड़ी की फॉर्म. लेकिन भूलिएगा नहीं इसका उलटा भी होता है. यानि खिलाड़ी ‘अनसोल्ड’ रह जाते हैं.
औने-पौने दामों पर उन्हें टीम में ले भी लिया गया तो वो प्लेइंग 11 का हिस्सा बनने के लिए तरसते रहते हैं. ये चर्चा आज हम इसलिए कर रहे हैं क्योंकि मौजूदा सीजन में तीन खिलाड़ी ऐसे हैं जो नाम और दाम बड़े लेकिन दर्शन छोटे की कहावत को सच साबित कर रहे हैं.
आइए इन चार फ्लॉप-स्टारों की कहानी सुनाते हैं आपको-
सुनील नरेन आईपीएल के सबसे महंगे खिलाड़ियों में से एक हैं. उनकी कीमत है लगभग साढ़े बारह करोड़ रुपये. अनुभवी खिलाड़ी हैं. पिछले सीजनों में कोलकाता के ‘क्रूशियल’ खिलाड़ी रहे हैं. लेकिन इस सीजन में उनका फॉर्म पटरी पर नहीं लौट रहा है. इतनी बड़ी रकम उन्हें दिए जाने के पीछे की वजह ये थी कि वो किफायती चार ओवर फेंकने के साथ साथ बल्लेबाजी क्रम में ऊपर आकर तेज गति से रन भी बनाते थे. इस सीजन में वो अब तक अपने दोनों रोल में फेल हुए हैं. गुरूवार को राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ उन्होंने गेंदबाजी में शुरूआत तो शानदार की लेकिन बाद के ओवरों में रन लुटा बैठे. नतीजा उनकी टीम को एक और हार झेलनी पड़ी.
अब तक खेले गए 9 मैचों में उन्होंने कुल 143 रन बनाए हैं. उनकी औसत है 17.87. गेंदबाजी में भी अब तक उनके खाते में 9 मैचों में सिर्फ 8 विकेट हैं. 7.45 की इकॉनमी से उन्होंने रन दिए हैं. इमरान ताहिर, हरभजन सिंह जैसे उनके समकालीन स्पिनर्स शानदार इकॉनमी रेट के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं.
शिमरॉन हेटमायर को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने करीब सवा चार करोड़ रुपये खर्च करके खरीदा था. वेस्टइंडीज के बल्लेबाज हेटमायर आईपीएल से पहले इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज में नॉट आउट शतक बनाकर आए थे. इसके अलावा टेस्ट सीरीज में भी उनका प्रदर्शन अच्छा था.
लेकिन आईपीएल में उनके फॉर्म को देखते हुए विराट कोहली को उन्हें अब ज्यादातर मैचों में डगआउट में ही बिठाना पड़ रहा है। उन्होंने अब तक खेले गए 4 मैचों में सिर्फ 15 रन बनाए हैं। बैंक में सवा चार करोड़ और औसत है पौने चार की। अब टीम मालिक अपना सिर पीट रहे हैं।
मार्कस स्टॉयनिश को रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने 2 करोड़ में खरीदा था. वो भी बहुत बुरी फॉर्म में चल रहे थे. भला हो कि उन्होंने बुधवार को किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ नॉट आउट 46 रनों की पारी खेलकर पैसों की कुछ भरपाई की. इन 46 रनों से पहले उन्होंने 7 मैचों में कुल 133 रन बनाए थे.
गेंदबाजी में भी उनकी स्थिति कुछ ऐसी ही थी. उन्होंने 8.85 की इकॉनमी से 2 विकेट लिए थे.अगर स्टॉयनिश का फॉर्म बरकरार रहती है तो ठीक वरना आगे से उनके लिए 2 करोड़ रुपये भी टीम मालिकों को ज्यादा ही लगेंगे.
फ्लॉप बल्लेबाजों की फेहरिस्त में एश्टन टर्नर का जिक्र सबसे जरूरी है. बावजूद इसके हम उनका जिक्र सबसे अंत में इसलिए कर रहे हैं क्योंकि उन्हें कीमत भी काफी कम मिली थी. वो इस सीजन में सिर्फ पचास लाख रुपये पाने वाले खिलाड़ी हैं. टर्नर ऑस्ट्रेलिया के नए खिलाड़ी हैं. भारत के खिलाफ पिछली घरेलू सीरीज में उन्होंने मोहाली में एक करिश्माई पारी खेली. जिसमें उन्होंने 43 गेंद पर 84 रनों की पारी खेलकर ऑस्ट्रेलिया को जीत दिलाई.
इसके बाद ये लगा कि राजस्थान रॉयल्स के भाग्य खुल गए क्योंकि टर्नर आईपीएल में उनकी टीम का हिस्सा थे. लेकिन टर्नर आईपीएल में अब तक अपना खाता खोलने के लिए जूझ रहे हैं. राजस्थान रॉयल्स ने उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब, मुंबई इंडियंस और दिल्ली कैपिटल्स के खिलाफ मैच में मौका दिया लेकिन तीनों ही मैच में वो अपना खाता तक नहीं खोल पाए.
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