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विराट कोहली (Virat Kohli) ने आज 15 जनवरी को टेस्ट मैच की कप्तानी से इस्तीफा देने का एलान कर दिया है. बतौर टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व किया और 40 जीत के साथ सबसे सफल कप्तान रहे हैं. विराट कोहली ने टेस्ट की कप्तानी छोड़ने की जानकारी ट्विटर और इंस्टाग्राम के जरिए दी है.
इससे पहले विराट कोहली टी20 की कप्तानी भी छोड़ चुके हैं और ODI कप्तानी से हटाए गए. हम आपको विराट कोहली की कप्तानी छोड़ने की पूरी क्रोनोलॉजी समझाते हैं.
16 सितंबर 2021 को सोशल मीडिया का सहारा लेकर विराट कोहली ने घोषणा की कि वह भारतीय क्रिकेट टीम की टी20 की कप्तानी से वर्ल्ड कप के बाद इस्तीफा दे देंगें.
कोहली ने आगे लिखा था कि, हालांकि इस फैसले तक पहुंचने में मुझे काफी वक्त लग गया. लेकिन मैंने रवि भाई और रोहित शर्मा जैसे अपने नजदीकी लोगों से लंबी चर्चा के बाद ये फैसला लिया.
ऐसा नहीं है कि इस फैसले को लेकर किसी को भी कानोकान खबर नहीं थी, बल्कि इसे लेकर टी-20 वर्ल्ड कप टीम के सिलेक्शन के बाद से ही अटकलें शुरू हो चुकी थीं. दरअसल टीम इंडिया के सिलेक्टर्स ने T-20 वर्ल्ड कप के लिए जो टीम चुनी थी उसमें कई फैसले विराट कोहली की मर्जी के खिलाफ थे. माना जा रहा है कि तभी से विराट पर टी-20 की कप्तानी छोड़ने का दबाव बन गया था.
विराट कोहली के टी20 की कप्तानी से इस्तीफा देने के कुछ दिन बाद ही रॉयल चैलेंजर्स बेंगलौर ने 19 सितम्बर को घोषणा करते हुए कहा कि विराट कोहली 2021 के आईपीएल सीजन के बाद कप्तानी छोड़ देंगे.
आरसीबी के ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो अपलोड करते हुए कोहली ने कहा, "यह बतौर कप्तान मेरा आखिरी आईपीएल है. लेकिन मैं आखिर तक आरसीबी के लिए खेलता रहूंगा. मैं आरसीबी फैन्स का मुझ पर यकीन करने और मेरा समर्थन करने के लिए शुक्रिया अदा करना चाहता हूं."
08 दिसम्बर को बीसीसीआई ने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट कर जानकारी दी कि सिलेक्शन कमिटी ने रोहित शर्मा को एकदिवसीय और टी20ई टीम के कप्तान के रूप में नामित करने का निर्णय लिया है."
हालांकि, इस बात का जिक्र भी पहले से ही होने लगा था कि विराट कोहली को टी20 की कप्तानी से भी हाथ धोना पड़ सकता है, क्योंकि भारतीय क्रिकेट बोर्ड दो अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान रखने के पक्ष में नहीं हैं.
वन डे की कप्तानी से हटाने के बाद विराट कोहली ने दक्षिण अफ्रीका दौरे पर रवाना होने से पहले प्रेस कांफ्रेंस में अपनी कप्तानी पर चल रहे विवादों पर बात की थी. विराट कोहली ने कहा था कि "मुझे अफ्रीका दौरे के लिए टीम के ऐलान से सिर्फ 1.5 घंटा पहले फोन करके बताया गया था कि मैं ODI कप्तान नहीं रहूंगा."
कोहल की प्रेस कॉन्फ्रेंस से पहले बीसीसीआई अध्यक्ष सौरभ गांगुली कई बार बोल चुके थे कि मैंने खुद विराट कोहली से अपील की थी कि वे T20 कप्तानी से ना हटें. लेकिन विराट कि इस प्रेस कॉन्फ्रेंस के बाद सौरव गांगुली ने कहा, "कोई बयान नहीं, कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस नहीं. हम इससे निपटेंगे, इसे (बीसीसीआई) पर छोड़ दें.”
विराट कोहली ने लिखा कि "टीम को सही दिशा में ले जाने के लिए हर रोज 7 साल की कड़ी मेहनत और अथक लगन रही है. मैंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया है और वहां कुछ भी नहीं छोड़ा है. हर चीज को किसी न किसी स्तर पर रुकना पड़ता है और मेरे लिए भारत के टेस्ट कप्तान के रूप में, यह अभी है."
आज 15 जनवरी को विराट कोहली ने टेस्ट मैच की कप्तानी से इस्तीफा देने का एलान कर दिया है. विराट ने यह कहते हुए कप्तानी छोड़ी कि उन्होंने पूरी ईमानदारी के साथ काम किया. बतौर कप्तान विराट कोहली ने 68 टेस्ट मैचों में भारत का नेतृत्व किया और 40 जीत के साथ सबसे सफल कप्तान रहे हैं. विराट कोहली ने टेस्ट की कप्तानी छोड़ने की जानकारी ट्विटर और इंस्टाग्राम पर बयान जारी करके दी है.
विराट कोहली की अचानक से कप्तानी छोड़ने की खबर ने खेल जगत के दिग्गजों से साथ-साथ विराट के करोड़ों प्रशंसकों को हैरान कर दिया. सबने एक सुर में कहा- विराट के टेस्ट टीम की कप्तानी छोड़ने के साथ एक युग समाप्त हुआ.
विराट कोहली भारतीय क्रिकेट में सबसे बड़े नामों की लिस्ट में शुमार हैं. लेकिन इतने बड़े नाम की विदाई इतने छोटे तरीके से होगी इसका किसी को अंदादा नहीं था.
अब सवाल ये है कि क्या इतने बड़े क्रिकेटर की कप्तानी से विदाई सोशल मीडिया पर होना उस खिलाड़ी का कितना बड़ा अपमान है. खिलाड़ियों के रिटायरमेंट के लिए हमने कई बार देखा है कि BCCI खास मैच आयोजित करता है. खास मैच आयोजित न भी करे तो कम से कम विराट एक सम्मानजनक विदाई के हकदार थे.
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