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विराट कोहली (Virat Kohli) के लिए बीते कुछ हफ्तों में कई झटके सामने आए. पहले उनसे ODI की कप्तानी छीन ली गई फिर साउथ अफ्रीका दौरे से पहले प्रेस कांफ्रेंस में अपनी बात रखने के बाद BCCI के साथ विवादों में उलझ गए. इन सब में एक तरफ विराट कोहली हैं तो दूसरी तरफ BCCI अध्यक्ष सौरव गांगुली (Sourav Ganguly).
विराट को इस तरह से अचानक कप्तानी से हटाना कई लोगों को हैरान कर गया लेकिन सौरव गांगुली, जिनका विराट को हटाने में सबसे बड़ा हाथ माना जा रहा है, उनकी खुद की कप्तानी भी 2005 में ऐसे ही अचानक छीन ली गई थी.
यदि आपकी क्रिकेट में रूची है तो आपने चर्चित चैपल-गांगुली विवाद के बारे में जरूर सुना होगा. हम आपको बताते हैं कि आखिर क्या था ये विवाद और क्यों विराट कोहली की आज की स्थिती और सौरव गांगुली की उस समय की स्थिती, लगभग एक जैसी है.
ये सब शुरू हुआ था आज से 16 साल पहले यानी 2005 में ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी ग्रेग चैपल के भारतीय टीम का कोच बनने के बाद.
ग्रैग चैपल के कोच बनने के बाद उनके अंडर में भारतीय टीम पहली बार एक ट्राईसीरीज खेलने श्रीलंका गई. इत्तेफाक से इस सीरीज के पहले भारत ने पाकिस्तान के साथ सीरीज खेला था जिसमें स्लो ओवर रेट डालने के चलते गांगुली पर 6 मैचोंं का बैन लग गया था. बैन लगने के बाद गांगुली चैपल की कोचिंग में पहले सीरीज के लिए उपलब्ध नहीं थे जिसके बाद ट्राईसीरीज के लिए राहुल द्रविड़ को कप्तान बना दिया गया.
ट्राईसीरीज खत्म होने के बाद गांगुली का सस्पेंशन खत्म हो गया और उन्हें इसके बाद होने वाले जिम्बॉबवे टूर के लिए फिर से कप्तान बना दिया गया.
जिस तरह विराट पिछले 2 साल से कोई सेंचूरी नहीं बना पाए हैं, उसी तरह गांगुली भी खराब फॉर्म से जूझ रहे थे और 2 साल से उनके बैट से कोई टेस्ट सैंचूरी नहीं निकली थी. कोच ग्रैग लैपल ने उन्हें जिम्बाबे टूर से पहले कप्तानी छोड़कर अपनी बैटिंग पर ध्यान देने के लिए कहा.
इसके बाद जिम्बाबे के खिलाफ पहले टेस्ट में ग्रैग चैपल ने जो टीम बनाई उसमें गांगुली को आराम दे दिया. इससे नाराज होकर गांगुली अपना बैग पैक करके भारत वापस लौटने की तैयारी करने लगे. गांगुली के नाराज होने के बाद उन्हें टीम में शामिल कर लिया गया.
जब जिम्बाबे टूर खत्म हो गया तो चैपल ने BCCI को एक मेल लिखा जिसमें उन्होंने कहा कि गांगुली अब भारतीय टीम की कप्तानी करने के लायक नहीं है. उन्होंने कहा कि उनका ये बर्ताव भारत के 2007 वर्ल्ड कप के सपने को तोड़ देगा. ग्रेग चैपल का ये ई-मेल लीक हो गया और झगड़ा खुलकर सामने आ गया.
श्रीलंकाई टीम सात मैचों के ODI सीरीज के लिए भारत आई. इस सीरीज से पहले गांगुली चोटिल हो गए राहुल द्रविड़ को कप्तान बनाया गया. द्रविड़ की कप्तानी में भारत पहले चारों मैचों में जीत गया इसके बाद गांगुली फिट हो गए लेकिन फिर भी टीम में नहीं लिए गए और भारत ने श्रीलंका को 6-1 से हरा दिया.
इसके बाद भारत को श्रीलंका से तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलनी थी. इस सीरीज में बीसीसीआई ने जहीर खान को निकालकर सौरव गांगुली को जगह दे दी. गांगुली की वापसी के साथ बीसीसीआई ने यह भी ऐलान कर दिया कि अब टेस्ट में राहुल द्रविड़ कप्तान होंगे और वीरेंद्र सहवाग उप कप्तान.
इसके बाद गांगुली टीम में अंदर-बाहर होते रहे. 2006 चैंपियंस ट्रॉफी और फिर उसके बाद साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज में मिली करारी हार के बाद गांगुली को फिर से टेस्ट टीम में जगह दी गई. साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में भारत हार गया लेकिन भारत की तरफ से सबसे ज्यादा रन बनाने वाले गांगुली ही रहे.
इसके बाद गांगुली फॉर्म में लौट आए और लगातार अच्छा प्रदर्शन जारी रखा. 2007 वर्ल्ड कप में भारत की करारी हार हुई लेकिन गांगुली लगातार अच्छे प्रदर्शन करते रहे. भारत की इस हार से फैंस ने ग्रेग चैपल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. इसके बाद ग्रेग चैपल ने कोच पद से इस्तीफा दे दिया. 2008 में गांगुली ने भी औपचारिक रूप से क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया.
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