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पुणे वनडे से पहले क्रिकेट जगत का हर एक एक्सपर्ट और फैन ये देखने के लिए बेताब था कि आधिकारिक कप्तान के तौर पर विराट कोहली का मैदान पर पहला दिन कैसा रहेगा. सभी के दिमाग में एक ही बात दी कि क्या मैदान पर अपने पुराने बॉस एम एस धोनी के रुतबे से निकल कर कोहली एक अलग तरह की कप्तानी कर पाएंगे.
टॉस जीतकर कोहली ने बेधड़क गेंदबाजी का फैसला किया, लेकिन फील्ड पर ज्यादातर वक्त उनकी धड़कनें बढ़ी ही रहीं.
जी हां, टीम इंडिया के सबसे जबरदस्त फील्डर्स में से एक विराट कोहली आज मैदान पर नर्वस दिखाई दिए. अतिरिक्त कप्तानी का बोझ उन पर साफ देखा जा सकता था. विराट ने लगभग 4 से 5 बार मैदान पर मिसफील्ड की जिसे देखकर एक बार तो इंग्लैंड के बल्लेबाज जोस बटलर भी मुस्कुरा दिए.
मैच से पहले धोनी ने कहा था कि एक विकेटकीपर हमेशा मैदान पर उपकप्तान की जिम्मेदारी निभाता है और पुणे वनडे में उन्होंने वही काम किया. कई महत्वपूर्ण लम्हों पर धोनी विराट कोहली को सलाह देते नजर आए और एक बार तो धोनी ने रिव्यू लेते वक्त कोहली से सलाह तक नहीं ली. इयन मॉर्गन ने हार्दिक की गेंद को पीछे निक किया, लेकिन अंपायर ने बल्लेबाज को नॉटआउट बताया. उसके बाद धोनी ने बगैर कोहली से पूछे अंपायर से रिव्यू मांग लिया. अपने पुराने कप्तान को इतना आश्वस्त देखकर कोहली ने भी रिव्यू की मांग कर दी.
विकेट के पीछे से गेंदबाजों के सलाह देते हुए धोनी की आवाज कई बार स्टंप माइक पर रिकॉर्ड हुई हैं और पुणे वनडे में भी ‘’कप्तान’’ धोनी के कई बार दर्शन हुए. धोनी मैदान पर कई बार गेंदबाजों को अपने हिसाब से सलाह देते नजर आए और एक बार तो केदार जाधव को दी जा रही उनकी सलाह स्टंप माइक पर रिकॉर्ड भी हुई.
धोनी ने पारी के 39वें ओवर में केदार जाधव की एक अच्छी गेंद को सराहा और कहा ‘ये बढिया है’
हालांकि बल्लेबाजी में धोनी अपना जादू नहीं बिखेर पाए और सिर्फ 6 रन बनाकर आउट हो गए. पुणे वनडे में धोनी 5वें नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतरे थे. धोनी जेक बॉल की गेंद पर आउट हुए.
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