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दुबई में IPL: कोरोना के बीच खेलने की चुनौतियां, धवन से खास बातचीत

शिखर धवन:दिल्ली कैपिटल्स ही IPL 2020 की ट्रॉफी जीतेगी

मेंड्रा दोरजी
स्पोर्ट्स
Published:
आईपीएल 2020- कोरोना के बीच खेलने की चुनौतियां, धवन से बातचीत
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आईपीएल 2020- कोरोना के बीच खेलने की चुनौतियां, धवन से बातचीत
(फोटो: दिल्ली कैपिटल्स)

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''इस बार IPL का कप हम ही लेकर जाएंगे” - ये कहना है मुस्कुराते हुए IPL टीम दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ी शिखर धवन का.

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इस बार का आईपीएल का 13वां सीजन यूएई में होने जा रहा है. दिल्ली कैपिटल्स अभी तक कोई भी सीजन नहीं जीत पाई है लेकिन उनका मानना है कि ये साल उनका है. इस बार की ट्रॉफी दिल्ली कैपिटल्स ही जीतेगी.

खेल से पहले सभी खिलाडी बायो-बबल में हैं. शिखर धवन ने द क्विंट से बातचीत में बताया है कि इस समय सभी को पॉजिटिव सोचने की जरूरत है. परिवार के सवाल पर शिखर धवन ने कहा कि-

परिवार की याद आती है ऐसे मुश्किल समय में. लेकिन क्रिकेट से ही हमारा घर चल रहा है तो मैं बहुत शुक्रगुजर महसूस करता हूं. सबसे ज्यादा टेक्नोलॉजी का धन्यवाद करता हूं क्योंकि इसकी वजह से सीधे बात हो जाती है- वीडियो कॉल पर... तो ये सब मुझे पॉजिटिव रखता है

दुबई में खेले जाने वाले IPL के 13 वें सीजन में होने वाले सभी मैच सिर्फ 3 जगहों पर ही खेले जाएंगे. इस पर शिखर धवन कहते हैं कि-

होम एडवांटेज किसी के पास भी नहीं होगा, वहां की स्थिति सभी के लिए एक जैसी रहेगी, बॉलर्स को काफी फायदा हो सकता है, अगर बैट्समेन की बात करें तो उन्हें दिक्कत आ सकती है क्योंकि टी-20 के फोर्मेट में खेलने के साथ साथ कम वक्त में रन बटोरना बहुत मुश्किल हो जाता है.

शिखर धवन कहते हैं कि ये सभी बातें गौर करने वालीं होंगी क्योंकि अभी जब तक खेलेंगे नहीं पता नहीं चलेगा की कितना आसान या कितना मुश्किल होने वाला है ये सीजन. अभी जैसे प्रैक्टिस के समय पिच काफी अच्छी है, लेकिन वक्त के साथ-साथ ये लूज होगी क्योंकि सिर्फ 3 ही जगह मैच हो रहे हैं तो जितना ज्यादा पिच इस्तेमाल होगी उतनी ही बदलती जाएगी.

बायो-बबल में जिंदगी - चुनौती या मौका?

इस पर शिखर धवन का कहना है कि- ‘जहां पर चुनौती है वहां पर मौका भी है लेकिन ये इंसान पर निर्भर करता है कि वो सोचता किस तरह से है. मैं इसे ऐसे देखता हूं कि ये मौका है, ये मौका है मेरे टीम के बाकी सदस्यों को और जानने का, अगर कोई प्लेयर अच्छे से परफॉर्म नहीं कर रहा है तो वो बाहर नहीं जा सकता, उसे अंदर ही रहना है और अपने बुरे अनुभव से निकलना है, मेरे लिए एक मौका है अपनी टीम को और अच्छे से जानने का.’

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