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फीफा ने तीसरे पक्ष की दखलअंदाजी की वजह से बुधवार को पाकिस्तान फुटबाल फेडरेशन (पीएफएफ) को सस्पेंड कर दिया. फीफा ने अपने बयान में कहा, "ब्यूरो ने इस फैक्ट के आधार पर यह फैसला लिया कि पीएफएफ के कार्यालय और खाते कोर्ट द्वारा नियुक्त एक प्रशासक के नियंत्रण में रहेंगे"
फीफा के बयान के मुताबिक फीफा के संविधान के अनुसार कोई भी तीसरा पक्ष या व्यक्ति पीएफएफ के खातों और प्रबंधन के काम में हस्तक्षेप नहीं कर सकता. पाकिस्तान फुटबॉल फेडरेशन ने इस नियम का उल्लंघन किया है इसलिए उनकी सदस्यता को सस्पेंड किया गया है.
फीफा के मुताबिक अब पीएफएफ का निलंबन तभी वापस लिया जाएगा, जब पीएफएफ के कार्यालय और उसके खाते उसे वापस लौटा दिए जाएंगे.
इस सस्पेंशन के बाद, फीफा संविधान के अनुच्छेद 13 में दी गई व्यवस्था के अनुसार पीएफएफ के सभी सदस्यता अधिकार खत्म हो गए हैं. पीएफएफ के प्रतिनिधि और क्लब की टीमें सस्पेंशन खत्म होने तक किसी भी प्रकार के अंतर्राष्ट्रीय टूर्नामेंट में हिस्सा नहीं ले पाएंगे. साथ ही पीएफएफ और इसके सदस्य या अधिकारी फीफा या एशियाई फुटबाल परिसंघ (एएफसी) की ओर से चलाए जाने वाले किसी भी विकास कार्यक्रम, शेड्यूल या ट्रेनिंग कोर्स से फायदा नहीं उठा पाएंगे.
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