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दुनिया का सबसे लोकप्रिय टी-20 लीग आईपीएल में सिर्फ टीम की जीत या खिलाड़ियों की प्रतिष्ठा ही दांव पर लगी नहीं होती. आईपीएल भारतीय टीम में जगह बनाने का भी एक खुला दरवाजा साबित हुआ है.
ज्यादा दूर जाने की ज़रूरत नहीं, युजवेंद्र चहल, हार्दिक पांड्या या कुलदीप यादव जैसे खिलाड़ियों पर नजर डालिए. इन सभी खिलाड़ियों ने आईपीएल में अपने दमदार प्रदर्शन की बदौलत टीम इंडिया में जगह बनाई. जाहिर है इस बार भी फटाफट क्रिकेट का ये लीग नई प्रतिभाओं को उजागर करेगा.
लिमिटेड ओवर्स गेम में भारतीय टीम में कुछ जगहों पर संघर्ष दिखाई देता है, ये हालिया विदेशी दौरों पर दिखा भी है. बल्लेबाजी में नंबर चार, पांच और छह पर एक तरह से म्यूजिकल चेयर का गेम चल रहा है और किसी भी खिलाड़ी ने पूरी तरह से अपनी जगह पक्की नहीं की है. इसके अलावा तेज गेंदबाजों को भी रोटेट करना जरूरी होता है ताकि उन्हें चोट और थकान से बचाया जा सके.
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सिर्फ 14 साल की उम्र में इन्होंने हैरिस शील्ड के एक मैच में 330 गेंदों पर 546 रन बना डाले. अंडर-19 वर्ल्ड कप में भारत ने ट्रॉफी इनकी कप्तानी में जीती. टूर्नामेंट में इन्होंने शानदार डिफेंस और आक्रामक फ्रंटफुट बल्लेबाजी के जरिए दो अर्धशतक बनाए और टीम की जीत में बड़ी भूमिका निभाई. इनके कट और कवर ड्राइव देखने लायक होते हैं. दलीप ट्रॉफी के डेब्यू मैच में पृथ्वी ने शतक लगाया और सचिन तेंदुलकर के इस रिकॉर्ड की बराबरी की. दिल्ली डेयरडेविल्स ने उन्हें 1.2 करोड़ में खरीदा है और टीम की ओपनिंग शॉ कर सकते हैं.
अंडर-19 वर्ल्ड कप में नागरकोटी ने 140 किमी के ऊपर की रफ्तार सें गेंद डाली और 9 विकेट 3.48 की इकॉनमी रेट पर लिए. साथ ही इन्होंने निचले क्रम में लंबे हाथ दिखाए और कुछ तेज पारियां खेलीं. तेज गति से गेंद करने वाला, किफायती और विकेट लेने वाला स्ट्राइक बोलर यानी एक कंपलीट पैकेज!
कमलेश कोलकाता नाइट राइडर्स की टीम में नजर आएंगे. कमलेश लंबे स्पेल डाल सकते हैं और एक अच्छे फील्डर भी हैं. आईपीएल के बाद भारतीय टीम इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी. चयनकर्ताओं की निगाहें नागरकोटी जैसे तेज गेंदबाज पर रहेगी.
एक दूसरा तेज गेंदबाज जिनके प्रदर्शन को सेलेक्टर्स करीब से देखेंगे वो हैं शिवम मावी. इन्होंने भी अंडर-19 विश्व कप में शानदार गेंदबाजी की और 140 किमी से उपर गेंद डाली. मावी डेल स्टेन को अपना आदर्श गेंदबाज मानते हैं और उनकी तरह ही आक्रामक गेंदबाजी करना चाहते हैं.
इन्होंने यॉर्कर की खूब प्रैक्टिस की है और इसका फायदा युवा वर्ल्ड कप में भी देखने को मिला. कोलकाता नाइट राइडर्स ने मावी पर 3 करोड़ से ज्यादा खर्च किए हैं.
अंडर-19 विश्व कप में शुभमान गिल मैन ऑफ द टूर्नामेंट रहे. उन्होंने 124 के औसत से 372 रन बनाए और सेमीफाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ उनका शतक लंबे समय तक याद रखा जाएगा. गिल बड़ी पारियां खेलना के लिए जाने जाते हैं और तेज बल्लेबाजी करते हैं. उन्हें भी कोलकाता की टीम ने ही खरीदा है. युवा खिलाड़ियों पर नाइट राइडर्स का दांव कितना काम आता है ये कुछ हफ्तों में पता चल जाएगा.
आईपीएल में ये खिलाड़ी परिचय का मोहताज नहीं है. 2015 में वो आईपीएल खेलने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बने. भारतीय टीम को लेट-मिडिल ऑर्डर में एक फिनिशर की जरूरत है. सरफराज खान में वो काबिलियत है लेकिन उन्हें कंसिसटेंसी की जरूरत है.
अगर वो लगातार जिताऊ पारियां खेलते हैं तो रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ-साथ अपनी किस्मत भी बदल सकते हैं. आईपीएल में भारतीय और अंतरराष्ट्रीय स्टार खिलाड़ियों के साथ खेलकर इन युवा प्रतिभाओं का खेल और निखरेगा. इन खिलाड़ियों के अलावा भी कई युवा क्रिकेटर जैसे मनजोत कालरा, अक्षदीपनाथ आदि आईपीएल में लोहा मनवाना चाहेंगे. आईपीएल की खासियत है ऐसे युवा प्रतिभाओं को जग-जाहिर करना जिनके बारे में जाना ही नहीं जाता था. टेलेंट तो भरपूर है, लेकिन इनमें से कौन से खिलाड़ी दबाव में अच्छा प्रदर्शन कर पाते हैं वही टीम इंडिया में आ सकते हैं.
(लेखक साल 2001 से खेल पत्रकारिता के साथ जुड़े हैं. इन्होंने प्रिंट, रेडियो, टीवी और वेब- सभी माध्यमों में काम किया है. टीवी न्यूज में भारत के बाहर टेस्ट क्रिकेट कवर करने वाले पहले पत्रकारों में उनका नाम हैं. उन्होंने स्टार स्पोर्ट्स, ईएसपीएन, बीबीसी, स्पोर्ट्स इलसट्रेटेड आदि जगहों पर खेल को कवर किया है. वो क्रिकेट और दूसरे खेलों पर लिखते रहते हैं और टीवी पर क्रिकेट एक्सपर्ट के तौर पर शामिल होते हैं.)
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