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पड़ोसी मुल्क बांग्लादेश गुरुवार की सुबह हैदराबाद में विराट कोहली की सेना से टकराने जा रहा है. इतिहास में पहली बार बांग्लादेश क्रिकेट टीम भारतीय सरजमीं पर कोई टेस्ट मैच खेलेगी.
लेकिन इस मैच को लेकर क्रिकेट जगत में कोई buzz है ही नहीं. कई फैंस को तो पता भी नहीं कि 9 फरवरी से मैच शुरू है, और जिनको पता है वो उबासी ले रहे हैं.
क्यों?... क्योंकि सभी को लगता है कि अपने घर पर इंग्लैंड, दक्षिण अफ्रीका और न्यूजीलैंड जैसी बड़ी-बड़ी टीमों को चित करने वाली विराट सेना इन बांग्लादेशी शेरों को तो 2-3 दिन में ही ढेर कर देगी.
बांग्लादेशी क्रिकेट छोटे फॉर्मेट में कितनी खतरनाक है ये बात तो किसी से नहीं छिपी, लेकिन अब ये खिलाड़ी धीरे-धीरे टेस्ट फॉर्मेट में भी अपने मजबूत कदम रख रहे हैं. इसमें कोई शक नहीं कि टेस्ट का मुकाबला टी-20 या वनडे से बिल्कुल अलग होता है. टेस्ट मैच जीतने के लिए आपको कठिन परिस्थितिओं में पांच दिन लगातार अच्छा प्रदर्शन करना होता है, और बांग्लादेश के लिए इस इकलौते टेस्ट में यही सबसे बड़ी चुनौती है. हालांकि इस टीम का टेस्ट में वर्तमान प्रदर्शन अच्छे मुकाबले की उम्मीद भी जगाता है.
बांग्लादेश ने इंग्लैंड को अपने घर में टेस्ट मैच हराया और उसके बाद न्यूजीलैंड जैसी बेहद कठिन परिस्थितियों में लंबे-लंबे स्कोर बनाए. ये टीम अब सीख गई है कि लंबे समय तक अच्छा खेलने के बावजूद आप हार सकते हैं. ये टीम सीख गई है कि गेंदबाजों के 20 विकेट लेने के बाद भी हार का मुंह देखना पड़ सकता है. इस टीम ने जाना है कि 600 रन बनाने और लंबी लीड लेने के बावजूद निराशा आपके हाथ लग सकती है.
बांग्लादेश के पास खोने के लिए कुछ नहीं. अगर भारतीय सरजमीं पर ये टीम अच्छा प्रदर्शन कर गई तो वाहवाही लूट जाएगी और बीसीसीआई के उन पूर्व अधिकारियों को भी जवाब मिल जाएगा, जो इस टीम को 15 सालों से किसी न किसी बहाने की वजह से भारत दौरा नहीं करने दे रहे थे.
तो बांग्लादेश के लिए ये एक बड़ा मौका है खुद को साबित करने का. पहली बार भारत के दौरे पर आए ये युवा खिलाड़ी अगर अच्छा प्रदर्शन कर गए तो लंबे समय तक याद किया जाएगा.
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