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भज्जी, युवी,पीटरसन के बयान से सवाल-भारत जीता, भारतीय पिच हारी?

भारत और इंग्लैंड के बीच खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में 2 दिन में 30 विकेट गिरे थे

क्विंट हिंदी
स्पोर्ट्स
Published:
अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम
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अहमदाबाद में दुनिया का सबसे बड़ा क्रिकेट स्टेडियम
(फोटोः BCCI)

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भारत और इंग्लैंड के बीच मोटेरा के नए नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेले गए पिंक बॉल टेस्ट मैच में भले ही भारत ने ऐतिहासिक जीत हासिल की हो, लेकिन क्या ये पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए सही है? भारत ने इंग्लैंड को 10 विकेट से हराया, वो भी सिर्फ दो दिन के खेल में ही. अब इस पिच के हाव-भाव पर सवाल उठ रहे हैं. टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी हरभजन सिंह, वीवीएस लक्ष्मण, युवराज सिंह समेत कई विदेशी खिलाड़ियों को मोटेरा के पिच ने शॉक दिया है.

न्यूज एजेंसी भाषा के मुताबिक पूर्व खिलाड़ी हरभजन सिंह ने तो ये तक कहा है कि मोटेरा की टर्निंग पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए आदर्श नहीं है.

बता दें कि सीरीज के तीसरे टेस्ट मैच के पहले ही दिन पिच ने अजब रंग दिखाया और इंग्लैंड की पूरी टीम सिर्फ 112 रन पर सिमट गई, वहीं दिन का खेल खत्म होते-होते भारतीय टीम ने भी अपने तीन विकेट खो दिए. मतलब एक दिन में 13 विकेट गिरे. दूसरे दिन पिंक गेंद और पिच ने भारतीय टीम को चकमा दिया. टीम इंडिया 145 पर सिमट गई और सिर्फ 33 रनों की ही बढ़त हासिल कर पाई. दूसरी पारी खेलने आई इंग्लैंड की टीम का दिन और बुरा रहा और पूरी टीम सिर्फ 81 रन बनाकर वापस लौट गई. भारत के सामने 49 रन का लक्ष्य था जिसे टीम इंडिया के ओपनर्स ने आसानी से 7.4 ओवरों में हासिल कर लिया.

युवराज बोले-ऐसी पिच होती तो कुंबले और हरभजन के 1000 विकेट होते

टीम इंडिया के पूर्व स्टार खिलाड़ी युवराज सिंह ने पिच की आलोचना की है. हालांकि उन्होंने उन्होंने भारतीय गेंदबाजों की तारीफ भी की है. युवराज ने कहा,

‘’मैच दो दिन में समाप्त हो गया, पक्के तौर पर नहीं कह सकता कि यह टेस्ट क्रिकेट के लिए अच्छा है. अगर अनिल कुंबले और हरभजन सिंह इस तरह के विकेट पर गेंदबाजी करते तो उनके नाम पर 1000 और 800 विकेट दर्ज होते. फिर भी अक्षर क्या स्पैल था. बधाई. अश्विन, इशांत को बधाई.’’

माइकल वॉन नाखुश

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान माइकल वॉन ने मोटेरा के पिच पर अपना कटाक्ष किया है. उन्होंने ट्वीट में लिखा है, ''अगर इस तरह की पिचें तैयार की जाती है तो मेरे पास जवाब है कि टीमों को तीन पारियां खेलने के लिए दो.'' इससे पहले उन्होंने कहा, “मनोरंजक .. हां .. लेकिन यह टेस्ट क्रिकेट के लिए एक भयानक पिच है .. !!!!”

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मोटेरा के पिच के बारे में जो रूट क्या सोचते हैं?

हालांकि इंग्लैंड के मौजूदा कप्तान जो रूट पिच पर खुलकर जवाब देने से बचते रहे. उन्होंने कहा कि मोटेरा की पिच टेस्ट क्रिकेट के लिए उपयुक्त थी या नहीं यह फैसला करना खिलाड़ियों का नहीं बल्कि ICC का काम है. हालांकि उन्होंने ये जरूर कहा कि आईसीसी को टेस्ट क्रिकेट के लिए अनुकूल पिच को लेकर विचार करना चाहिए. जो रूट ने कहा,

“मुझे लगता है कि यह पिच काफी चुनौतीपूर्ण था. यह बल्लेबाजी के लिए बेहद मुश्किल थी. इसका फैसला खिलाड़ी नहीं करेंगे कि यह खेल के लिए सही थी या नहीं. यह आईसीसी का काम है. एक खिलाड़ी के रूप में हमें जैसी भी परिस्थितियां हों उनमें अपना बेस्ट प्रफॉर्मेंस देना होता है.’’

भारतीय कप्तान विराट कोहली ने भी बल्लेबाजों को ही दोष दिया है.

ईमानदारी से कहूं, तो मुझे नहीं लगता कि दानों टीमों की बल्लेबाजी की गुणवत्ता अच्छी थी. उन्हें पूरी तरह से दरकिनार कर दिया गया टीमों के बल्लेबाजों के पास स्किल्स का अभाव था. गेंद कल अच्छी तरह से आ रही थी और गेंद मुड़ रही थी और पहली पारी में बल्लेबाजी के लिए यह एक अच्छी विकेट थी. दोनों टीमों की बल्लेबाजी खराब थी.
विराट कोहली

पीटरसन भी हैरान

इंग्लैंड के पूर्व कप्तान केविन पीटरसन ने हिंदी में ट्वीट किया, ''एक मैच के लिए ऐसा विकेट ठीक है जहां बल्लेबाज के कौशल और तकनीक का टेस्ट होता है लेकिन मैं इस तरह का विकेट और नहीं देखना चाहता और मुझे लगता है कि सारे खिलाड़ी भी नहीं चाहते. बहुत अच्छे, इंडिया.'' हालांकि बाद में पीटरसन ने ट्वीटकर कहा है कि पिच की नहीं बल्लेबाजों की गलती थी.

वहीं इन सबके बीच पूर्व खिलाड़ी सुनील गावस्कर ने खिलाड़ियों की गलती की ओर इशारा किया है. उन्होंने कहा, ''इसी पिच पर रोहित और क्राउले ने फिफ्टी बनाए. इंग्लैंड रन बनाने के बजाए विकेट बचाए रखने के बारे में सोच रहा था.”

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