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देश की उम्मीदों को शुक्रवार को एक करारा झटका लगा जब नरसिंह यादव पर 4 साल के बैन की खबर आई. डोपिंग का जिन्न एक बार फिर बाहर आया और नरसिंह इस फैसले से पूरी तरह से टूट गए.
देश उनके साथ खड़ा है, सोशल मीडिया पर उन्हें इसे बुरा दौर समझ कर बाहर आने की सलाह दी जा रही है लेकिन नरसिंह के लिए ये सब कुछ आसान नहीं है.
इंडियन ओलंपिक संघ के महासचिव राजीव मेहता ने नरसिंह के समर्थन में बोलते हुए कहा है कि ये उन लोगों की जीत है जो नरसिंह को ओलंपिक से बाहर देखना चाहते थे.
राजीव मेहता ने सरकार से गुहार लगाई है कि इस पूरे मामले की सीबीआई जांच की जाए.
राजीव मेहता ने इस बात की भी पैरवी की है भारत फैसले को चुनौती देकर नरसिंह की सजा कम करा सकता है. उसपर चार साल के बजाय कम समय का बैन लगाया जा सकता है.
वहीं दूसरी तरफ नम आंखों से नरसिंह की मां और बहन ने भी गुहार लगाई है कि पीएम मोदी इस मामले में हस्तक्षेप करें और नरसिंह की सजा माफ कराएं.
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