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ओलंपिक के इतिहास में भारत को एथलेटिक्स में पहला गोल्ड मेडल दिलाने वाले 23 वर्षीय जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा(Neeraj Chopra) ने वर्ल्ड नंबर 1 रैंकिंग जर्मनी के जोहानेस वेटर (Johannes Vetter) के उस दावे पर जवाब दिया है, जहां उन्होंने कहा था कि उनके सामने नीरज के जीतने का कोई चांस ही नहीं है.
नीरज ने शनिवार को जैवलिन फाइनल में गोल्ड अपने नाम करने के बाद कहा,
जोहानेस वेटर ने कहा था कि वह फाइनल में आसानी से 90 मीटर से अधिक जैवलिन थ्रो कर देंगे लेकिन तीन थ्रो के बाद वेटर 9 वें स्थान पर रहे - और इस तरह 82.52 के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ उन्हें बाहर होना पड़ा.
वेटर ने पिछले महीने कहा था,
जबकि नीरज ने अपने दूसरे प्रयास में 87.58 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल जीत लिया और वो नौवें स्थान पर रहे वेटर से पांच मीटर से भी अधिक आगे रहे.
शनिवार को हुए फाइनल में, 87.03 मीटर के पहले थ्रो ने नीरज चोपड़ा को शुरुआत से ही मेडल पोजीशन में सबसे ऊपर रखा. नीरज पूरे मुकाबले के दौरान बाकी प्रतिद्वंदी एथलीटों पर बढ़त बनाए हुए थे.
नीरज के जीत के बाद वेटर ने कहा कि “वह (नीरज) वास्तव में प्रतिभाशाली है, हमेशा बहुत फ्रेंडली .मैं उसके लिए खुश हूं ”
नीरज और वेटर पहली बार 2018 में जर्मनी के ऑफेनबर्ग में मिले थे,जहां दोनों ने एक ही ट्रेनिंग सेंटर में ट्रेनिंग लिया था. तब से दोनों के बीच अच्छी दोस्ती भी हो गई थी. लेकिन इसके बावजूद वेटर को अपने भारतीय दोस्त के हाथो ओलंपिक में हारने की उम्मीद नहीं होगी.
हालांकि, शनिवार को ओलंपिक फाइनल में, फेवरेट वेटर को ‘न्यूकमर’ नीरज चोपड़ा ने हराकर भारत के पीढ़ियों के इंतजार को समाप्त कर दिया.
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