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ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) ने अमेरिका के यूजीन में खेले जा रही वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप (World Athletics Championships) में इतिहास रच दिया है. उन्होंने सिल्वर मेडल जीता है. नीरज ने 88.13 मीटर दूर भाला फेंका. उनका मुकाबला ग्रेनाडा के एंडरसन पीटर्स से था. एंडरसन ने 90.54 मीटर दूर भाला फेंक कर गोल्ड जीता है.
नीरज ने फाइनल में फाउल थ्रो के साथ शुरुआत की और दूसरे प्रयास में 82.39 मीटर का स्कोर किया. इसके बाद तीसरे प्रयास में 86.37 मीटर थ्रो कर वह चौथे पायदान पर आए और फिर चौथे थ्रो में उन्होंने 88.13 मीटर दूर भाला फेंककर दूसरा स्थान हासिल कर लिया. नीरज का पांचवां और छठा थ्रो फाउल रहा.
नीरज का पहला थ्रो- फाउल
नीरज का दूसरा थ्रो- 82.39 मीटर
नीरज का तीसरा थ्रो- 86.37 मीटर
नीरज का चौथा थ्रो- 88.13 मीटर
नीरज का पांचवा थ्रो- फाउल
नीरज का छठा थ्रो- फाउल
नीरज चोपड़ा वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में मेडल जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष एथलीट हैं. इसके साथ ही भारत को इस चैम्पियनशिप में 19 साल बाद कोई मेडल मिला है. इससे पहले 2003 में लॉन्ग जंपर अंजू बॉबी जॉर्ज ने विश्व चैंपियनशिप में ब्रॉन्ज मेडल जीता था.
नीरज चोपड़ा का इस सीजन में शानदार प्रदर्शन रहा है, जो अब तक जारी है. इस स्टार खिलाड़ी ने दो बार अपने व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन में सुधार किया है.
14 जून को फिनलैंड में पावो नुर्मी खेलों (Paavo Nurmi Games) में नीरज ने 89.30 मीटर लंबी थ्रो के साथ नया नेशनल रिकॉर्ड बनाया था. हालांकि, इस बेहतरीन प्रदर्शन के बावजूद नीरज चोपड़ा गोल्ड मेडल (Gold Medal) जीतने से चूक गए थे.
18 जून को फिनलैंड में आयोजित कुओर्ताने गेम्स (Kuortane Games) में जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने मुश्किल परिस्थिति में मेडल जीता. नीरज चोपड़ा ने 86.89 मीटर के थ्रो के साथ गोल्ड मेडल अपने नाम किया.
30 जून को प्रतिष्ठित स्टॉकहोम डायमंड लीग प्रतियोगिता में 89.94 मीटर दूर भाला फेंका. इस प्रतियोगिता में नीरज दूसरे स्थान पर रहे.
नीरज ने पिछले साल ओलिंपिक में 120 सालों का सूखा खत्म किया था और भारत के लिए ट्रैक एंड फील्ड में गोल्ड मेडल लाने वाले पहले भारतीय खिलाड़ी बने थे.
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