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बुधवार को पाकिस्तान की क्रिकेट टीम करो या मरो वाले मैच में बांग्लादेश से 37 रनों से हारी और टूर्नामेंट से बाहर हो गई. बांग्लादेश से मिले 240 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए पाकिस्तान की टीम 50 ओवर में सिर्फ 202/9 का स्कोर ही खड़ा कर पाई. मुस्तफिजुर रहमान ने 4 विकेट झटके और इमाम उल हक(83) के अलावा पाकिस्तान का कोई भी बल्लेबाज बांग्लादेशी गेंदबाजी के आगे टिक नहीं पाया.
पिछले साल चैंपियंस ट्रॉफी का खिताब जीतने वाली पाकिस्तान टीम का ये बुरा हाल देखकर उनके पुराने दिग्गज खिलाड़ी बहुत निराश हैं और अपनी टीम की अच्छी खासी आलोचना कर रहे हैं.
पाकिस्तान को इस एशिया कप से पहले जीत का प्रबल दावेदार बोला जा रहा था लेकिन उनका सपना बहुत बुरी तरह से टूटा. ना तो कप्तानी अच्छी थी, न ही बॉलिंग, बैटिंग और फील्डिंग. ये एशिया कप पाकिस्तान के लिए किसी बुरे सपने जैसा रहा. शायद पाकिस्तान के लिए ये एक वेक-अप कॉल है क्योंकि वो अब देख सकते हैं कि टॉप टीमों के प्रदर्शन से वो कितने ज्यादा पीछे हैं. वो अब एशिया की टीमों में भी काफी पीछे हैं.
टीम के साथ सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि उनका स्किल लेवल लगातार बदलता रहता है. पहले इन्हें
अप्रत्याशित कहा जाता रहा है लेकिन अब आपको इनके स्किल लेवल पर भी सवाल उठाना होगा. जुनैद खान को टीम में सेलेक्ट किया जाना एक अच्छा फैसला था लेकिन थिंक टैंक ने उनके साथ अन्याय किया. उन्होंने जुनैद को कमतर आंका और अगर वो बांग्लादेश के 4 विकेट नहीं लेते तो वो और ज्यादा बड़ा स्कोर खड़ा करते. मुझे उम्मीद है कि पाकिस्तानी टीम इस एशिया कप में अपनी गलतियों से कुछ सबक लेगी.
हमें ये पूछना पड़ेगा कि टीम 50 ओवर क्यों नहीं खेल पाती है. शोएब मलिक अकेले पाकिस्तान को हर एक मैच नहीं जिता सकते. जैसे ही वो आउट हुए, ऐसा लगा ही नहीं कि टीम जीत पाएगी. हम सिर्फ इस टीम को दोषी नहीं कह सकते हैं. साफ समझ में आ रहा है कि पूरे सिस्टम में ही गड़बड़ है. हमारा फर्स्ट क्लास स्ट्रक्चर खराब है. आपने विदेशी कोच रख रखे हैं लेकिन उन्हें वक्त पर सैलेरी नहीं दे रहे हैं. ये किस तरह की मानसिकता है कि किसी की सैलरी रोक दो? पीसीबी में करीब 900 लोग काम कर रहे हैं, वो कर क्या रहे हैं? मैं पीएम इमरान खान से गुजारिश करूंगा कि वो बोर्ड में कुछ पारदर्शिता लेकर आएं. हर कोई किसी दूसरे से डरा पड़ा है और ये ही चीज खिलाड़ियों में भी दिखती है.
पाकिस्तान के पूर्व कप्तान शाहिद अफरीदी ने भी ट्वीट किया और कहा, “ बांग्लादेश की टीम को बधाई. पाकिस्तान टीम की ओवरऑल परफॉर्मेंस से निराश हूं. हर विभाग में आक्रामक रवैये की कमी दिखी. ये युवा टीम है जिसने पिछले टूर्नामेंट में अच्छा प्रदर्शन किया और हमारी उम्मीदों को बढ़ाया. अच्छे कमबैक के लिए ज्यादा फोकस और प्रैक्टिस की जरूरत है.”
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