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रियो डी जनेरियो में अगले महीने शुरू हो रहे ओलंपिक खेलों से ठीक पहले हाकी इंडिया ने बड़ा फेरबदल किया है. लंबे समय से राष्ट्रीय पुरुष हाकी टीम की कमान संभाल रहे सरदार सिंह से कप्तानी छीनकर ये जिम्मेदारी सीनियर गोलकीपर पीआर श्रीजेश को सौंप दी गई है.
विश्व हाकी के सर्वश्रेष्ठ गोलकीपर में से एक श्रीजेश को लंदन में छह देशों के चैम्पियन्स ट्राफी हाकी टूर्नामेंट में उनकी अगुआई में टीम को रजत पदक दिलाने का फायदा मिला है. श्रीजेश के लिए खिलाड़ी और कप्तान के रुप में टूर्नामेंट काफी अच्छा रहा था.
सरदार सिंह को इस टूर्नामेंट में आराम दिया गया था जहां भारत ने इतिहास का अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया. इसके अगले टूर्नामेंट में सरदार सिंह की अगुआई में टीम वेलेंसिया में सिर्फ एक मैच जीत पाई और वह भी आयरलैंड की कमजोर टीम के खिलाफ. भारत इस दौरान दो मैच हारा जबकि दो ड्रा रहे.
जबकि भारत ने श्रीजेश की कप्तानी में टूर्नामेंट के 38 साल के इतिहास में अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया था. टूर्नामेंट के फाइनल में नियमित समय तक आस्ट्रेलिया को बराबरी पर रोके रखा था हालांकि इसके बाद टीम विवादास्पद शूट आउट में हार गई.
एसवी सुनील को उप कप्तान नियुक्त किया गया है.
सरदार सिंह को मैदान के अंदर और बाहर मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है. मैदान पर उनके प्रदर्शन में गिरावट आई है और वह उतने फुर्तीले मिडफील्डर नहीं रहे जितने हुआ करते थे.
मैदान के बाहर भी उनकी छवि को नुकसान पहुंचा है और ब्रिटेन की एक नागरिक ने उनके खिलाफ शादी का वादा करके बलात्कार करने के आरोप लगाए हैं.
सरदार सिंह लंबे समय से भारतीय टीम के कप्तान रहे हैं और लंदन ओलंपिक 2012 में भी उन्होंने टीम की अगुआई की थी.
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