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आईपीएल का खुमार उतरते ही अब खेल प्रेमियों पर प्रो-कबड्डी लीग की दीवानगी छाने वाली है. सोमवार से कबड्डी लीग के लिए खिलाड़ियों की नीलामी शुरू हुई. दो दिन तक चलने वाली इस नीलामी में 400 से ज्यादा खिलाड़ी हिस्सा लेंगे. इस दौरान टैलेंट हंट' अभियान के तहत चुने गए 131 युवा खिलाड़ी भी शामिल होंगे.
प्रो कबड्डी लीग (पीकेएल) के पांचवें सीजन के लिए हो रही खिलाड़ियों की नीलामी में नितिन तोमर सबसे महंगे खिलाड़ी बन कर उभरे हैं. उन्हें नई टीम यूपी ने 93 लाख की भारी भरकम कीमत में खरीदा है. नीलामी के शुरुआती दौर में मंजीत छिल्लर सबसे महंगे खिलाड़ी रहे थे. उन्हें जयपुर पिंक पैंथर्स ने 75.5 की कीमत में खरीदा, लेकिन नीलामी के आखिरी चरण में जब रेडरों की बोली लगनी शुरू हुई तो नितिन ने सभी रिकार्ड तोड़ डाले और मंजीत को पछाड़ कर सबसे मंहगे खिलाड़ी बने.
मंजीत को इसके बाज रोहित कुमार ने भी पछाड़ा. उन्हें बेंगलुरू बुल्स ने 83 लाख की कीमत में अपने साथ जोड़ा. के सेल्वामणि भी मंजीत को पछाड़ने के करीब पहुंच गए थे लेकिन जयपुर ने 73 लाख पर उनकी अंतिम बोली लगाई.
पहले दौर में विदेशी खिलाड़ियों में सबसे महंगे बिकने वाले ईरान के अबोजार मोहाजेरमिघानी रहे. ईरान के इस डिफेंडर को सीजन-5 में नजर आने वाली नई टीम गुजरात ने 50 लाख रुपये में खरीदा है.
इसके अलावा, ईरान के कबड्डी खिलाड़ी अबु फजल को दबंग दिल्ली ने 31.8 लाख रुपये में खरीद कर अपनी टीम में शामिल किया है. ईरान के ही फरहाज राहीमी को 29 लाख रुपये में तेलुगू टाइटंस ने खरीदा.
बंगाल वॉरियर्स ने सीजन-5 के लिए नीलामी में डिफेंडर सुरजीत सिंह को 73 लाख रुपये में खरीद लिया. पिछले साल कबड्डी वर्ल्ड कप जीतने वाली भारतीय टीम का हिस्सा रहे सुरजीत को अपनी टीम में शामिल कर बंगाल का लक्ष्य अपने डिफेंस को मजबूत करना होगा. सुरजीत कबड्डी लीग के इतिहास में सबसे महंगे बिकने वाले दूसरे खिलाड़ी हैं.
सुरजीत से पहले ऑलराउंडर मंजीत चिल्लर को जयपुर पिंक पैंथर्स ने बड़ा दांव लगाते हुए 75.5 लाख रुपये में खरीदा.
नीलामी शुरू होने से पहले क्विंट हिंदी ने फेसबुक लाइव में बात की प्रो कबड्डी लीग के चार प्लेयर्स राकेश कुमार, अनूप कुमार, राहुल चौधरी और मनजीत छिल्लर से-
नीलामी के ड्राफ्ट में नाम शामिल होने के बावजूद 10 पाकिस्तानी खिलाड़ी लीग में नहीं खेल पाएंगे. लीग के आयोजक स्टार स्पोर्ट्स ने इसकी घोषणा की है.
इन खिलाड़ियों में आतिफ वहीद, नासिर अली, वसीम सज्जाद, हसन रजा,अखलाक हुसैन, इबरार हुसैन, अरसलान अहमद, हसन अली, मोहम्मद इमरान और उस्मान जदा का नाम शामिल था.
इससे पहले वसीम सज्जाद लीग में पटना की टीम से खेल चुके हैं.
इन खिलाड़ियों को लीग में शामिल नहीं करने का फैसला भारत सरकार का है. सरकार का कहना है कि मौजूदा राजनीतिक परिस्थिति में पाकिस्तान का कोई भी खिलाड़ी भारत में जारी किसी भी लीग का हिस्सा नहीं बन सकता. युवा मामलों एवं खेल मंत्री विजय गोयल ने ट्वीट कर सरकार के इस फैसले की जानकारी दी.
ले पंगा थीम के साथ प्रो कबड्डी लीग सीजन-5 के पायदान पर पहुंच चुका है. चार सफल सीजन के बाद इस लीग के आयोजक स्टार स्पोर्ट्स ने मोबाइल कंपनी वीवो के साथ पांच साल का करार किया है.
सीजन 5 में शामिल हुए टीमों के मालिकों की भी घोषणा की जा चुकी है. इसमें तमिलनाडु टीम के मालिक एन. प्रसाद और सचिन तेंदुलकर हैं. गुजरात टीम का मालिकाना हक अडानी ग्रुप के पास है. यूपी टीम का मालिकाना हक जीएमआर ग्रुप के हाथों में हैं, जबकि हरियाणा टीम का मालिकाना हक जेएसडब्ल्यू ग्रुप के पास है.
इन चार टीमों के साथ ही लीग में अब कुल 12 टीमें हो गई हैं. इससे पहले पटना, मुंबई, दिल्ली, कोलकाता, पुणे, जयपुर और बैंगलोर की टीम इस टीम का हिस्सा रही हैं.
टीमों की संख्या में बढ़ोतरी होने के साथ ही 13 सप्ताह तक चलने वाली इस लीग में अब 130 मैच खेले जाएंगे. लीग जुलाई में शुरु होगी.
स्टार प्रो कबड्डी लीग में पटना पाइरेट्स की टीम दो बार खिताब अपने नाम कर चुकी है. पहले सीजन में जयपुर पिंक पैंथर्स और दूसरे सीजन में यू मुम्बा ने खिताब जीता था.
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