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पिछले काफी दिनों से क्रिकेट में फिक्सिंग को लेकर काफी उथल-पुथल मची हुई है. आईसीसी लगातार कदम उठा रहा है कि किसी तरह से क्रिकेट से भ्रष्टाचार को खत्म किया जाए. ऐसे में क्रिकेट की सर्वोच्च संस्था की परेशानी बढ़ने वाली है. दुनिया के प्रतिष्ठित न्यूज चैनल और एजेंसी अलजजीरा ने एक नई इंवेस्टिगेटिव डॉक्यूमेंट्री रिलीज की है जिसमें करीब 15 अंतरराष्ट्रीय मैचों के फिक्स होने का दावा किया गया है.
डॉक्यूमेंट्री में कई ऐसी रिकॉर्डिंग हैं जिनमें कोई भारतीय मैच फिक्सर अलग-अलग बुकीज से 15 अंतरराष्ट्रीय मैचों के फिक्स होने और करने की बात कर रहा है. सबसे हैरानी की बात ये कि डॉक्यूमेंट्री में जिस अलीन मुनावर नाम के फिक्सर की बातें लीक हुई हैं उसने 15 मैचों में कुल 26 फिक्सिंग की थी और उनमें से 25 मर्तबा उसकी बात सही निकली.
अलजजीरा का दावा है कि ज्यादातर मैचों में सेशन वाली फिक्सिंग हुई यानी अगले 8-10 ओवर में कितने रन बनेंगे और कुछ मैचों में तो दोनों ही टीमों ने फिक्सिंग की.
1. ऑस्ट्रेलिया vs इंग्लैंड, वनडे, 21 जनवरी 2011
2. ऑस्ट्रेलिया vs जिम्बाब्वे, वनडे वर्ल्ड कप, 21 फरवरी 2011
3. इंग्लैंड vs नीदरलैंड, वनडे वर्ल्ड कप, 22 फरवरी 2011
4. ऑस्ट्रेलिया vs केन्या, वनडे वर्ल्ड कप, 13 मार्च 2011
5. इंग्लैंड vs साउथ अफ्रीका, वनडे वर्ल्ड कप, 6 मार्च 2011
6. इंग्लैंड vs बांग्लादेश, वनडे वर्ल्ड कप, 11 मार्च 2011
7. इंग्लैंड vs भारत, टेस्ट, 21-25 जुलाई 2011
8. साउथ अफ्रीका vsऑस्ट्रेलिया, टेस्ट, 09-11 नवंबर 2011
9. ऑस्ट्रेलिया vs न्यूजीलैंड, टेस्ट, 09-12 दिसंबर 2011
10. इंग्लैंड vs पाकिस्तान, टेस्ट, 17-19 जनवरी 2012
11. इंग्लैंड vs पाकिस्तान, टेस्ट, 25-28 जनवरी 2012
12. इंग्लैंड vs पाकिस्तान, टेस्ट, 3-6 फरवरी 2012
13. श्रीलंका vs जिम्बाब्वे, टी20 वर्ल्ड कप, 18 सितंबर 2012
14. इंग्लैंड vs अफगानिस्तान, टी20 वर्ल्ड कप, 21 सितंबर 2012
15. साउथ अफ्रीका vs पाकिस्तान,टी20 वर्ल्ड कप, 28 सितंबर 2012
The Munawar Files नाम की इस डॉक्यूमेंट्री में एक कॉल रिकॉर्डिंग भी दिखाई गई है जिसमें फिक्सर मुनावर किसी इंग्लैंड के क्रिकेटर से बात कर रहा है, दोनों स्पॉट फिक्सिंग को लेकर बात कर रहे हैं. डॉक्यूमेंट्री में सुनने को मिलता है कि मुनावर ने खिलाड़ी के अकाउंट में पैसे भेजने की बात कही है. साथ ही अलजजीरा का दावा है कि उन्होंने उस रिकॉर्डिंग को एक फॉरेंसिक स्पीच वैज्ञानिक से टेस्ट कराया तो पता लगा कि रिकॉर्डिंग असली है और उससे किसी भी तरह की छेड़छाड़ नहीं हुई है.
जिस खिलाड़ी से उस बातचीत के बारे में पूछा गया तो उसने आरोपों से साफ इंकार किया और फोन कॉल रिकॉर्डिंग को झूठा बताया.
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