advertisement
टोक्यो ओलंपिक में भारतीय महिला हॉकी टीम इतिहास रचने से चूक गई. इंडिया की चक दे गर्ल्स ने अपने सेमीफाइनल मुकाबले में अर्जेंटीना के खिलाफ शानदार शुरुआत की, लेकिन आखिर में ये कांटे का मुकाबला पलट गया. इससे पहले भारतीय महिला हॉकी टीम ने इतिहास में पहली बार ओलंपिक सेमी फाइनल में पहुंचने का कीर्तिमान हासिल किया था.
भारतीय महिला हॉकी टीम भले ही सेमीफाइनल में हार चुकी है, लेकिन अब भी मेडल की उम्मीदें बरकरार हैं. अब भारतीय टीम ब्रॉन्ज मेडल के लिए अलगा मैच खेलेगी, इसके लिए उन्हें ग्रेट ब्रेटेन को हराना होगा.
बता दें कि इससे पहले पुरुष हॉकी टीम का भी गोल्ड मेडल पाने का सपना कुछ इसी तरह टूट गया था. पुरुषों की टीम भी ठीक इसी तरह सेमी फाइनल में पहुंचकर बेल्जियम के साथ हार गई थी. हालांकि पूरे देश को उम्मीद है कि दोनों टीमें मेडल लेकर ही भारत लौटेंगीं. पिछले कई दशकों बाद ओलंपिक में भारतीय हॉकी टीमों का ऐसा प्रदर्शन देखने को मिला है.
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)