advertisement
चीनी मोबाइल कंपनी Vivo ने इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की अगली टाइटल स्पॉन्सरशिप दोबारा हासिल कर ली है. Vivo पांच साल (2018-2022) तक आईपीएल का स्पॉन्सर रहेगा.
बीसीसीआई ने स्पॉन्सरशिप के लिए नीलामी की घोषणा की थी, जिसमें Vivo ने सभी को पछाड़ते हुए कंपनी ने 2,199 करोड़ रुपये की बोली लगाई.
इतनी बड़ी रकम का मतलब है कि Vivo आईपीएल के लिए हर साल 440 करोड़ रुपये देगा, ये पिछली बार से चार गुना ज्यादा है. इससे पहले 2015 में दो साल के लिए करार हुआ था, तब ये करार 200 करोड़ रुपये का था, यानी सालाना 100 करोड़ रुपये.
(इस एडमिशन सीजन में द क्विंट ने कॉलेजों से जुड़े आपके सवालों के जवाब देने के लिए CollegeDekho.com के विशेषज्ञों को आमंत्रित किया है. अपने सवाल eduqueries@thequint.com पर भेजें.)
(क्विंट हिन्दी, हर मुद्दे पर बनता आपकी आवाज, करता है सवाल. आज ही मेंबर बनें और हमारी पत्रकारिता को आकार देने में सक्रिय भूमिका निभाएं.)