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रेनॉ ट्राइबर MPV की कीमतें सामने आ चुकी हैं. ये सेवन-सीटर कार 4 वैरिएंट्स में मार्केट में आएगी, जिनकी एक्स-शोरूम कीमत 4.95 लाख से 6.49 लाख रुपयों के बीच है. कार की लंबाई 4 मीटर से कम है, जिसकी वजह से टैक्स में भी फायदा मिलेगा.
लेकिन, क्या ये सेवन-सीटर कार मारुति सुजुकीअर्टिगा को टक्कर दे पाएगी, जिसके पेट्रोल वर्जन की कीमतें 7.5 लाख से 10 लाख रुपये के बीच है. इसके अलावा डैटसन गो प्लस भी है, जिसकी लंबाई रेनॉ ट्राइबर के बराबर है और कीमत 3.9 लाख से 5.9 लाख के बीच है.
रेनॉ ने ट्राइबर को अपनी क्विड कार के मॉडिफाइड प्लेटफॉर्म पर बनाया है. ट्राइबर में 1 लीटर का तीन सिलेंडर वाला पेट्रोल मोटर है जो 72 bhp पावर और 96 Nm का टॉर्क पैदा करता है. कार में पांच गियर का मैनुअल ट्रांसमिशन दिया गया है.
कार के टॉप वैरिएंट में डिजिटल इंस्ट्रूमेंट पैनल, एंड्रॉइड ऑटो और एपल कार प्ले के साथ टच-स्क्रीन इंफोटेनमेंट सिस्टम, रिवर्स कैमरा, बिना चाभी के एंट्री और पुश-बटन इग्नीशन मौजूद है. सभी वैरिएंट में 2 एयरबैग हैं, वहीं टॉप मॉडल में 4 एयरबैग मौजूद हैं.
जिस प्राइस ब्रैकेट में रेनॉ ट्राइबर है, उसमें ज्यादा सेवन-सीटर MPV नहीं हैं. तो क्या ये बाजार में अपनी अलग जगह बना पाएगी और इससे महंगी मारुति अर्टिगा के कुछ कस्टमर का ध्यान अपनी तरफ खींच पाएगी? या फिर अपनी सिस्टर कंपनी डैटसन की गो प्लस कार के खरीदारों को लुभा पाएगी?
मारुति अर्टिगा इससे काफी ज्यादा महंगी है, लेकिन ट्राइबर के मुकाबले बड़ी और ज्यादा पावरफुल भी है. अर्टिगा की लंबाई 4,395 mm है जिससे सभी सीटों के बीच ज्यादा जगह रहती है. इसके अलावा, अर्टिगा का 1.5 लीटर पेट्रोल इंजन 104 bhp पावर और 138 Nm टॉर्क पैदा करता है, जो सेवन-सीटर के लिए ज्यादा ठीक है.
सेवन-सीटर कारों में ट्राइबर से सीधे मुकाबले में डैटसन गो प्लस है. इस कार में 1.2 लीटर, तीन-सिलेंडर पेट्रोल इंजन है जो 67 bhp पावर और 104 Nm टॉर्क पैदा करता है. हालांकि गो प्लस ऊंचाई और चौड़ाई में ट्राइबर से कम है.
पैसों के मामले में ट्राइबर का मुकाबला मारुति सुजुकी वैगन-आर और हुंडई ग्रैंड i10 जैसी हैचबैक कारों से है. जो खरीदार ऐसी कार लेने की सोच रहे हैं जिसमें जगह की फ्लेक्सिबिलिटी मिले, उन्हें ट्राइबर पसंद आ सकती है.
ट्राइबर परफॉरमेंस के दीवानों के लिए नहीं है. ये कार टाइट बजट में सभी कामों के लिए एक कार खोज रहे लोगों के लिए है.
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