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चंद्रयान-2 से ली गई चांद की पहली तस्वीर इसरो ने जारी की है. चांद की सतह से करीब 2650 किलोमीटर दूरी से ये तस्वीर ली गई है. इससे पहले 21 अगस्त को चंद्रयान-2 ने चांद की दूसरी कक्षा में एंट्री हासिल कर ली. इसरो के मुताबिक, कक्षा में स्पेसक्राफ्ट का प्रवेश 12.50 बजे शुरू हुआ, जिसे पूरा करने में उसे 1,228 सेकेंड लगे. चांद की कक्षा का आकार 118 किलोमीटर गुणा 4,412 किलोमीटर है, जिससे होकर स्पेसक्राफ्ट चांद पर उतरेगा. अब तक स्पेसक्राफ्ट के सभी पैरामीटर नॉर्मल हैं.
22 अगस्त को भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अध्यक्ष के.सिवन ने कहा कि चांद पर उतरने के लिए भारत का पहला चंद्रमा मिशन 'चंद्रयान-2' दुनिया स्तर पर उत्सुकता के साथ देखा जा रहा है. यहां पत्रकारों से बात करते हुए सिवन ने कहा कि चंद्रयान-2 मिशन वैश्विक स्तर पर एक महत्वपूर्ण मिशन है.
उन्होंने कहा कि चंद्रमा लैंडर विक्रम के लिए लैंडिंग ऑपरेशन सात सितंबर की रात करीब 1:40 बजे शुरू होगा. वहीं इसकी लैंडिंग रात 1:55 बजे चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर होगी.
उन्होंने यह भी कहा कि इसरो के पास तीसरे चंद्रमा मिशन चंद्रयान-3 की भी योजना है.
उनके अनुसार, भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी पुरुषों और महिलाओं के बीच अंतर नहीं करती और केवल प्रतिभावान और मान्य व्यक्ति को अवसर मिलता है. संयोग से चंद्रयान-2 मिशन परियोजना की निदेशक एक महिला एम. वनिता ही हैं.
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