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वो दिन चले गए जब आप अपने स्मार्टफोन को चार्ज करने के लिए बिजली का बोर्ड खोजते रहें या फिर फोन को पूरा चार्ज करने के लिए दीवार से चिपककर घंटों बैठे रहें. मोबाइल चार्जिंग की नई तकनीक यानी फास्ट-चार्जिंग के आने के बाद यह संभव हो गया है. इसलिए कई मोबाइल कंपनियां अब फास्ट-चार्जिंग के लिए नए-नए तरीकों को खोज रही है.
नई जेनेरेशन वाले फास्ट चार्जर से आप 4,000 mAh की बैटरी वाले फोन को जीरो से 60% तक 30 मिनट से भी कम समय में चार्ज कर सकते हैं.
हालांकि इस नई फास्ट-चार्जिंग तकनीक के आने के बाद फोन को लेकर लोगों की चिंताएं भी बढ़ गई हैं. क्या फास्ट-चार्जिंग से फोन गरम हो क्या जाएगा? क्या इससे फोन की बैटरी लाइफ कम हो जाएगी? इस हफ्ते CNET की आई एक विस्तृत रिपोर्ट इन सभी चिंताओं को दूर करता है.
वनप्लस, Xiaomi और रियलमी जैसे ब्रांड के फोन इस्तेमाल करने वाले लोग फास्ट चार्जर के इस्तेमाल से वाकिफ हैं. क्या उन्हें अपने फोन की बैटरी चार्ज सायकल को लेकर चिंता करनी चाहिए? रिपोर्ट के अनुसार, फास्ट चार्जर के इस्तेमाल से लंबे समय के लिए फोन को कोई नुकसान नहीं होने वाला है.
इन दिनों बाजार में उपलब्ध 27W, 30W या 50W तक के चार्जर से भी फोन चार्ज करने पर कोई नुकसान नहीं होता है क्योंकि इसमें एक नई तकनीक का इस्तेमाल किया गया है.
रिपोर्ट के मुताबिक, फोन की चार्जिंग दो फेज में होती है. पहले फेज में, फोन की बैटरी कुछ ही समय में मैक्सिमम पावर लेती है, जिसके कारण जीरो से 60% तक चार्जिंग जल्दी होती है. उसके बाद दूसरे फेज में, बैटरी के अंदर लिया गया कुल पावर फोन अपने बिल्ट-इन मैनेजमेंट टूल्स पर शेयर करता है.
इसलिए अगर फास्ट चार्जिंग डिवाइस को लेकर आपको भी चिंता रही है और आपने इसे खरीदने का नहीं सोचा है तो अब आप अपनी राय बदल सकते हैं.
रिसर्च ने यह साफ कर दिया है कि फास्ट चार्जर से आपके फोन की बैटरी लाइफ खत्म नहीं हो सकती है. इसलिए फोन को चार्ज करते समय आपको क्या नहीं करना चाहिए? रिपोर्ट कहता है कि अपने फोन को गरम नहीं होने के लिए आप जो भी कर सकते हैं, वो जरूर करें.
फोन को सीधे सूरज की रोशनी में मत रखें, या अपनी कार के डैशबोर्ड के ऊपर रखकर भी फोन चार्ज नहीं करें. फोन गरम होने से बैटरी लाइफ पर सबसे ज्यादा प्रभाव होता है और ब्लास्ट तक हो सकता है.
रिपोर्ट में, बैटरी-टेक्नोलॉजी कंपनी कैडेक्स इलेक्ट्रॉनिक्स के फाउंडर और CEO, इजीडर बचमैन के हवाले से कहा गया है कि 30 डिग्री सेल्शियस तापमान भी बैटरी की क्षमता को कम कर सकता है. इसलिए फोन के इंटरनल हीट को सामान्य स्तर से अधिक नहीं जाने दें.
कई लोग अपनी स्मार्टफोन की बैटरी क्षमता चेक करने के लिए फोन की बैटरी को जीरो परसेंट तक पहुंचा देते हैं. लेकिन रिपोर्ट बताती है कि ऐसा करना बैटरी की लॉन्ग लाइफ के लिए ठीक नहीं है. क्योंकि जीरो परसेंट तक बैटरी पहुंचाने पर केमिकल रिएक्शन भी हो सकता है, जो बैटरी के लिए सही नहीं है.
रिसर्चर बताते हैं कि फोन की बैटरी 30 परसेंट से नीचे जाने पर ही फोन को चार्ज में लगा देना चाहिए. इससे आप अपनी बैटरी को लंबे समय तक चला सकते हैं.
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