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चुनावों में फेक न्यूज से लड़ने के लिए ये नई सर्विस लाया WhatsApp

ये सर्विस रिसर्च के लिए चुनावों के दौरान फेक न्यूज का एक डेटाबेस बनाने में भी मददगार होगा

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चार भारतीय भाषाओं में काम करेगी वॉट्सऐप की ये सर्विस
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चार भारतीय भाषाओं में काम करेगी वॉट्सऐप की ये सर्विस
(फोटो: Wikimedia Commons)

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आने वाले लोकसभा चुनावों के दौरान फेक न्यूज से निपटने के लिए WhatsApp ने नई सर्विस 'चेकप्वॉइंट टिपलाइन' लॉन्च की है. इंडिया के 20 करोड़ वॉट्सऐप यूजर्स के लिए ये सर्विस मंगलवार को लॉन्च की गई.

WhatsApp ने बयान में कहा, 'इस सर्विस को इंडिया की मीडिया स्किलिंग स्टार्ट-अप प्रोटो ने लॉन्च किया है. टिपलाइन रिसर्च के लिए चुनावों के दौरान फेक न्यूज का एक डेटाबेस बनाने में भी मददगार होगा.'

इंडिया में यूजर्स अब गलत सूचना या अफवाहों को WhatsApp पर Checkpoint Tipline (+91-9643-000-888) भेज सकते हैं. यूजर के टिपलाइन के साथ मैसेज शेयर करने के बाद, प्रोटो का वेरीफिकेशन सेंटर मैसेज की सत्यता की जांच करने के बाद यूजर को बताएगा कि मैसेज में किया गया दावा सच है झूठ.

WhatsApp का ये वेरिफिकेशन सेंटर मैसेज, फोटो और वीडियो लिंक को इंग्लिश के अलावा चार भाषाओं में चेक करेगा. इसमें हिंदी, तेलुगू, बंगाली और मलायालम शामिल हैं.

चुनावों के दौरान देश में कई क्षेत्रों में फैल रही गलत न्यूज सबमिट करने के लिए प्रोटो जमीनी स्तर पर भी संगठनों के साथ काम करेगा.

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फेक न्यूज वॉट्सऐप के लिए बड़ी चिंता

WhatsApp का ये कदम इंडिया में बढ़ती फेक न्यूज के बाद आया है. पिछले साल इस प्लेटफॉर्म पर वायरल फेक न्यूज के चलते कई लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी. इसके बाद केंद्र सरकार ने भी कड़ा रुख अपनाते हुए वॉट्सऐप को इसपर लगाम लगाने के लिए कहा था.

20 करोड़ यूजर्स के साथ भारत वॉट्सऐप का सबसे बड़ा मार्केट है. फेक न्यूज से निपटने की कोशिश में वॉट्सऐप कई कदम उठा चुका है.

वॉट्सऐप ने मैसेज को फॉरवर्ड करने की संख्या को सीमित कर 5 कर दिया था. इसके अलावा वॉट्सऐप फॉरवर्ड लेबल भी लेकर आया था, जिससे यूजर्स को पता चल पाए कि उन्हें आया मैसेज सेंडर ने खुद न लिखकर, फॉरवर्ड किया है.

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