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क्या आप भी साइबर अटैक हमले का शिकार हुए हैं? ऐसा हम इसलिए पूछ रहे हैं क्योंकि पिछले दो दिनों से ग्लोबल साइबर अटैक ने दुनिया के करीब 100 देशों की नींद उड़ा रखी है. इस साइबर अटैक में दुनिया भर के करीब 100 देशों के 1,50,000 से ज्यादा कंप्यूटर सिस्टम में वॉनाक्राई रैनसमवेयर नाम का वायरस आ गया था.
इसी को देखते हुए साइबर सुरक्षा एजेंसी कंप्यूटर इमर्जेंसी रिस्पॉन्स टीम ऑफ इंडिया (सीईआरटी-इन) ने इंटरनेट यूजर्स को रैन्समवेयर अटैक से बचने के लिए अलर्ट जारी किया है.
किसी भी मैलवेयर और वायरस के अटैक से बचने के लिए माइक्रोसॉफ्ट ने विंडोज सिस्टम के लिए एक पैच बनाया है. इस पैच को विंडोज यूजर अपने सिस्टम में तुरंत अपलोड कर सकते हैं.
अगर आप के लैपटॉप या कंप्यूटर में ऑथेंटिक एंटी वायरस नहीं है तो तुरंत ऑथेंटिक एंटी वाइरस सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें. इससे आप नॉर्मल वाइरस से तो कम से कम बच ही सकते हैं. साथ ही एंटी वायरस के मदद से आप वायरस स्कैन कर मैलवेयर को ब्लॉक कर सकते हैं.
सीईआरटी-इन के एक प्रतिनिधि ने कहा-
किसी भी अनजान मेल को ना खोलें. आपके कॉन्टैक्ट लिस्ट में मौजूद लोग भी अगर इस तरह के मेल भेजें तो उसे भी न खोलें.
अकसर ऐसा होता है कि हम अपने पर्सनल कंप्यूटर या ऑफिस के कंप्यूटर में अपना ईमेल और बाकी दूसरे अकाउंट लॉगिन रखतें हैं. अगर ऐसा करते हैं तो तुरंत सभी सिस्टम से अपने अकाउंट को लॉगआउट करें और फिर से लॉगइन कर इस्तेमाल करें.
अगर आप ने अपना बैंक अकाउंट डिटेल्स किसी भी शॉपिंग एप्लीकेशन में सेव कर रखा है तो वहां से तत्काल हटा लें. जरूरत के मुताबिक ही बिना बैंक अकाउंट नंबर सेव किए ही शॉपिंग एेप का इस्तेमाल करें
एक बार अगर वाइरस ने आपकी फाइल्स को एनक्रिप्ट कर दिया मतलब डिजिटल तालाबंदी कर दी तो आपके पास उन्हें वापस लेने के लिए बहुत कम ऑप्शन बचेंगे. इसलिए इस साइबर अटैक से बचने के लिए जरूरी फाइल्स का बैकअप लें.
आप अपनी पर्सनल फोटो, वीडियो या जरूरी डेटा को अपने एक्स्ट्रा हार्ड डिस्क में सेव करें. और बैकअप लेने के तुरंत बाद हार्ड ड्राइव को अपने सिस्टम से डिसकनेक्ट कर दें. इसके अलावा क्लाउड सर्विसेज पर भी अपने डेटा का बैकअप लें.
ऐसा कई बार होता है कि आपत्तिजनक तस्वीर और वीडियो की झलक दिखा कर यूजर्स को डाउनलोड करने के लिए कहा जाता है. फिर लिंक पर क्लिक करने पर सिस्टम हैंग हो जाता है या सिस्टम में वायरस आ जाता है.
उसके बाद यह कहा जाता है कि आपको पॉर्न देखते और डाउनलोड करते पकड़ लिया गया है और अगर आप ने फिरौती नहीं दी तो आपके सिस्टम के फाइल्स और आप की वेब हिस्ट्री आप के दोस्तों और बाकी लोगों के साथ शेयर की जाएगी. तो ऐसे किसी भी वेबसाइट या यूआरएल पर क्लिक करने से बचें.
कई बार पैसा बचाने के चक्कर में हम नकली सॉफ्टवेयर अपने सिस्टम में डाउनलोड कर लेते हैं. तो ऐसे पायरेटेड सॉफ्टवेयर सबसे पहले रैनसमवेयर अटैक के चपेट में आ सकते हैं. ऐसे नकली सॉफ्टवेयर को तुरंत करें डिलीट.
इंपुट - ब्लूमबर्ग क्विंट
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